मनीष कश्यप के बैंक खातो को बिहार सरकार ने किया सीज, सच नहीं हजम कर पायी बिहार की नितीश-तेजस्वी सरकार|
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सत्य किसी से हजम नहीं होता है, स्टूडियों में बैठकर रिपोर्टिंग करना आसान होता है पर जमीन पर जाकर जमीनी हकीकत की रिपोर्टिंग करना मुश्किल क्योंकि यह सरकार को हजम नहीं होता| जी हां ऐसा ही बिहार की भृष्ट नितीश कुमार और तेजस्वी यादव सरकार को भी नहीं हुआ|
एक युवक जिसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की लेकिन भृष्टाचार के विरुद्ध युद्ध के लिए रिपोर्टिंग करने लगा| वह जोर जोर से चिल्लाता है पर सत्य बोलता है, आज वह बिहार की आवाज बन चुका है| उसने सड़को पर सरकार के भृष्टाचार पर बोला, उसने नालियों की गुणवत्ता के साथ हुए खिलवाड़ पर बोला, उसने वह सभी प्रश्न उठाए जो जरूरी है पर किसी ने नहीं उठाया | और जो बिहार की नितीश सरकार को हजम नहीं हुआ|
मनीष कश्यप के बैंक खातो को सीज किया गया जैसे वह कोई आतंकी गतिविधि में संलग्न हो, क्या बिहार के पिछड़ा क्यों है यह पूछना आतंकवाद है?? बिहार में 20 वर्षो से अधिक से नितीश कुमार मुख्यमंत्री हैं उसके पहले लालू फेमली थी| बिहार में आए दिन रेप मर्डर होता है बिहार पुलिस उनको अरेस्ट करने के बजाए एक पत्रकार पर F.I.R के ऊपर F.I.R दर्ज कर रही है|
एक फर्जी ट्विटर हैंडल के द्वारा ट्वीट हुआ इसके लिए भी बिहार पुलिस ने अलग से F.I.R दर्ज कर लिया, ये भी चेक करने की जोहमत नहीं कि की क्या यह हैंडल मनीष का है भी या नहीं|
हालाकि इस पर मनीष ने जवाब देते हुए लिखा कि फर्जी एकाउंट से ट्वीट वायरल का फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है| सब सच्चाई सामने आएगी|
बिहार सरकार झूठ और मक्कारी पर आमादा है| अभी 2 दिन पहले ही लालू फेमली पर उनके करोड़ो के भृष्टाचार मामले पर ED ने छापा मारा था जिसे लालू फेमली और उनके चम्मचो ने बदले की कार्यवाही और लोकतंत्र की हत्या तक बता दिया, पर नीतीस-तेजस्वी सरकार सच्चाई हजम नहीं कर पाई और मनीष पर भर भर कर F.I.R. कर रही है क्या यह लोकतंत्र को जिंदा रखने का प्रयाश है? क्या सच बोलने वाले को चुप कराना लोकतंत्र को जिंदा रखता है??
यह ABP News ने प्रिंट किया है| बिहार सरकार इन सब पर चुप है|
क्या बिहार में बिहार के अंदर ही बिहारियों के रोजगार मांगना लोकतंत्र की हत्या है??
बिहार , एक वक्त था जब शिक्षा के लिए जाना जाता था| विश्व का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय बिहार में था| बिहार में ही कई महान हस्तियों ने जन्म लिया आजादी के बाद भी कई वर्षो तक बिहार की पहचाध शिक्षा से थी| हम सबने कई महान लेखको और कवियों को पढ़ा है| फिर समय काल बढ़ा और बिहार में लालू के नेतृत्व में सरकार बनी फिर शुरूवात बिहार में एक नये युग की और बिहारी खुद को लफंगा कहने पर गौरवान्वित महसूस करने लगे| बिहार में गुंडाराज स्थापित हुआ घोटाले दर घोटाले हुए, नीतीस सरकार में कुछ नहीं बदला दुनिया बहुत आगे निकल चुकी है पर बिहार सरकार जाति जनगणना, जाति जनगणना चिल्ला रही है|
मनीष कश्यप मामले पर बिहार के प्रसिद्ध स्वघोषित पत्रकार जो लालू परिवार के घर छापो पर वीडियो बनाकर लोकतंत्र की हत्या बताता है, आए दिन यह कहता रहता है भारत में लोकतंत्र मर चुका है, संस्थाएं खत्म हो चुकी हैैं| जिसने आतंकी कृत्य करने वाले मोहम्मद जुबेर जैसे तथाकथित ❤डे फैक्टचेकर जो इडिटेड वीडियो पोस्ट करके कई लोगो की मजहबी हत्या का जिम्मेदार था उसकी गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या कहा | मैने सोंचा था मनीष भी बिहार का है, और सरकार के भृष्टाचार को दिखाता है और स्वघोषित पत्रकार जी भी बिहार के है| और स्वयं को पत्रकारिता का स्वघोसित स्वयंभू कहलाते है| शायद हिंडनबर्ग खोजते हुए बिहार की हकीकत दिखाने वाले पत्रकार मनीष कश्यप पर हूयी F.I.R. पर कुछ बोले या लिखे होंगे पर इनकी सभी सोशल मीडिया टाईमलाईन पर एक भी लाईन नहीं मिली|
मैं यहां पर बात कर रहा हूं रवीश कुमार की वैसे नाम की जरूरत नहीं थी डिस्क्रिप्सन काफी था|
रवीश कुमार गिरोह,वामपंथी, वामपंथने हर उस मुद्दे पर मुंह में गोबर ठूस लेते हैं जो मामला गैर भाजपा सरकार वाले स्टेट से हो और जमीन से जुड़ा मामला , जिससे राष्ट्र का विकास प्रभावित होता हो|
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