गरीब आदमी का एक ही सहारा होता है - भगवान

गरीब आदमी का एक ही सहारा होता है - भगवान 

"मूर्ति पूजा के विरोधियों" ने वही छीन लिया गरीबो से, खासकर पँजाब से और पाकिस्तान से । हिन्दुओ के भगवान छीनने की शुरुआत यही से हुई है थी शायद ।

अब जिनके पास से उनके भगवान ही चले गए हो तो उनको कोई भी भगवान ऑफर कर दो वो स्वीकार कर लेंगे फिर चाहे वो "A_ल्लाह" हो या "मेरा जसु जसु" हो ।

तरीका कुछ ऐसा ही है शायद, इनको स्टेप्स में ऐसे बांटा जा सकता है 👇

1. हिन्दुओ के भगवानों की निंदा करो

2. हिन्दुओ की पुस्तकों की निंदा करो

3. हिन्दुओ की मूर्तिपूजा (सबसे आसान रास्ता भक्ति का) की निंदा करो 

4. धीरे धीरे वो बिना भगवान के हो जाएगा । क्योकि निराकार पूजन इतना आसान तो नही है खासकर उसके लिए जिसके पास भगवान के सैकड़ो मनमोहक रूप थे ।

5. जब मुसीबत में वो भगवान को याद करेगा तो वो पायेगा कि उसके पास देने वाले "शिव भोले" नही है और उनकी रक्षा करने वाला "शक्तिशाली हनुमान" जी नही है । हनुमान चालीसा नही है ।

6. उसके भगवान खोने के बाद उसे नया भगवान ऑफर कर दो ।

7. भगवान ऑफर करते ही वो दुःख में आपके पास आना शुरू कर देगा ।

8. जब वो आपके पास आएगा तो फिर वो हिंदुत्व से दूर चला ही जायेगा ।

और पँजाब फतह ......शायद ऐसा ही कुछ हुआ है उधर 🤔 और शायद 1,2,3 करने वालो में अपने लोग भी थे जिन्हें अपनी तार्किक विद्वत्ता के घमण्ड में ये भी नही पता चला कि वो क्या गलतियां कर रहे थे ।

#Reclaim_hinduland_Panchnad (पंचनद Not पंज आब)

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