यूपी निकाय चुनाव में सीएम योगी के नेतृत्व भाजपा की बंपर जीत विपक्ष का हुआ सूपड़ा साफ, मिशन 2024 के लिए भाजपा की राह हुई आसान




उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रचंड जीत के साथ मिशन 2024 के लिए भाजपा के उम्मीदों पर पंख लग गए हैं। भाजपा के 2024 में 2014 जैसा प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद बढ़ी है । सपा को बहुत बड़ा झटका लगा है । बसपा की उम्मीदें धराशाई हुई है और कांग्रेस की स्थिति और खराब हो गई है। 



उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव योगी आदित्यनाथ जी अपनी अपराध के विरूद्ध सशक्त छवि के साथ गए । उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें अपने सर आंखों पर बिठाया नगर निकाय के चुनाव इसी ओर इशारा कर रहे हैं योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में भाजपा ने नगर निकाय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है । इससे यह सिद्ध होता है योगी आदित्यनाथ जी उतर प्रदेश के सर्वमान्य नेता हैं । उन्हें खुली छूट दी जाए पार्टी और संगठन में बड़ी भूमिका देकर आगे बढ़ाया जाए तो लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश के साथ देश भी में अच्छा प्रदर्शन कर सकतीं हैं ‌।  


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नगर निकाय चुनाव कमान स्वयं संभाली थी 


उत्तर प्रदेश नगर के चुनाव परिणाम मे लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल की तरह से देखें जा रहे हैं । नगर निकाय चुनाव में भाजपा की बंपर जीत से भाजपा के कार्यकर्ताओं मनोबल बढ़ा है । लोकसभा चुनाव में भाजपा की राह आसान होती दिखाई पड़ रही है । नगर निकाय चुनाव में भाजपा की जीत श्रेय सिर्फ योगी आदित्यनाथ जी को जाता है। उन्होंने चुनाव प्रचार की कमान स्वयं संभाली और बूथ स्तर पर पसीना बहाया और भाजपा की प्रचंड विजय सुनिश्चिता की है । इसलिए इस विजय के लिए जो लोग योगी आदित्यनाथ जी को श्रेय नहीं दे रहे हैं वह धूर्तता की सारी हदें पार कर चुके हैं । योगी आदित्यनाथ जी को संगठन ने खुली छूट नही दी गई तो उतर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है । 




 लोकसभा चुनाव में विपक्ष प्रदेश की जनता शायद ही विपक्ष पर विश्वास करे


उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक विजय प्राप्त की है नगर वासियों ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा के प्रति अपना विश्वास और मजबूत किया है इसलिए कहा जा रहा मिशन 2024 के लिए विपक्ष की राह कठिन हो गई और भाजपा की राह आसान हो गई । उतर प्रदेश की जनता का विश्वास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बढ़ता जा रहा है । लोकसभा चुनाव में शायद ही विपक्ष पर प्रदेश की जनता विश्वास करें ।  



यूपी निकाय चुनाव में सपा बसपा और कांग्रेस का हुआ सूपड़ा साफ 


उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में 80 लोकसभा सीटों में से सहयोगी संग 73 सीटें जीतने वाली भाजपा को पिछले चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के चलते 64 सीटों पर ही सफलता प्राप्त हुई थी । अब सपा-बसपा गठबंधन टूट चुका है। पिछले विधानसभा चुनाव में एक सीट पर सिमटने वाली बसपा निकाय चुनाव में भी धाराशायी हो गई है। तमाम दावों के बावजूद मुख्य विपक्षी पार्टी सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के भी ऐसे नतीजे नहीं हैं जिससे लगे कि लोकसभा चुनाव में इनके द्वारा कोई कमाल किया जा सकता है। 

जय श्री कृष्ण 
दीपक कुमार द्विवेदी 







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