पश्चिम बंगाल मे देश को शर्मशार करने वाली घटना TMC कार्यकर्ताओं ने महिला को नग्न करके सड़कों में घुमाया , मणिपुर पर हंगामा खड़ा करने वाला गिरोह पश्चिम बंगाल की घटना पर चुप क्यों हैं ?

साभार चित्र ट्विटर 

मणिपुर में एक महिला को निर्वस्त्र करके घुमाने वाला विडियो सामने आया है तो वामी कामी कांगी गिरोह द्वारा देश भर हंगामा शुरू कर दिया सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लेकर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया और स्वयं कार्यवाही की बात की बॉलीवुड सेलेब्स बड़े क्रिकेटरों ने लम्बे चौड़े बयान दिए मणिपुर जैसी घटना पश्चिम बंगाल हावड़ा में सामने आई जहां 40 टीएमसी कार्यकर्ताओं एक महिला को निर्वस्त्र करके सड़कों में दौड़ाया गया । इस घटना पर न सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया न बॉलीवुड सेलेब्स और क्रिकेटरों का कोई वक्तव्य आया न वामी कामी कांगी इको सिस्टम की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई , क्यों क्या भाजपा शासित राज्यों में घटित घटनाओं देश शर्मशार होता ? क्या बंगाल केरला राजस्थान छत्तीसगढ़ में हुई घटनाओं से देश शर्मशार नहीं होता है ? क्या बंगाल केरला राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड भारत का हिस्सा है की नहीं  ?  

साभार ANI 

बंगाल में हुई महिला  के साथ अभद्रता पर भाजपा  संसद लॉकेट चटर्जी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा हम भी देश की बेटी है  बंगाल घटना जिक्र करके हुई भावुक 
भाजपा भाजपा  सांसद लॉकेट चटर्जी ने  मणिपुर की घटनाा जिक्र   करते हुए बंगाल हो रहे महिलाओं केे साथ  अत्याचार का मुद्दा उठाया उन्होंने कहा  बंगाल में पंचायत चुनाव में महिलाओं के साथ अत्याचार कई मामले सामने आए उन्होंने 8 जुलाई को पश्चिम बंगाल के हावड़ा हुई घटित घटना जिक्र करते हुए भावुक हो गईं  उन्होंने कहा हमारी बेटियो को बचाया जाए बंगाल में महिलाओं के निर्वस्त्र करके सड़कों में दौड़ाया जा रहा है । बंगाल की सीएम ममता बनर्जी महिला होकर इस  चुप है  बंगाल  भी मणिपुर की तरह देश का हिस्सा है। 

साभार BJP4India 



मणिपुर पर हंगामा बंगाल पर चुप्पी महिलाओं विरूद्ध हो रहे अत्याचार पर कब बंद होगी राजनीति 

भारत में एक राजनैतिक विचारधारा को मानने वाले लोग जाति धर्म भाषा क्षेत्र सरकार देखकर महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार का मुद्दा उठाते हैं । उदाहरण के लिए आरोपी सवर्ण जाति का महिला जो दलित जाति की होगी तो इको सिस्टम में पूरे देश हंगामा खड़ा किया जाएगा । सुप्रीम कोर्ट स्वत संज्ञान संज्ञान लेकर केंद्र सरकार राज्य सरकार को नोटिस जारी करेगा   उसी तरह की घटना में आरोपी मुस्लिम समुदाय से हो महिला दलित जाति से हो तो इको सिस्टम एक विचारधारा को मानने लोग मौन साध लेंगे । और सुप्रीम कोर्ट भी स्वत संज्ञान नहीं लेगा ।  उसी तरह जब महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार भाजपा शासित राज्य में होगा तो हंगामा पूरे देश किया जाएगा जो महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार गैर भाजपा शासित राज्यों में होगा तो इको सिस्टम मौन साध लेगा । इस तरह का दोहरापन महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार पर क्यों किया जाता है ?  क्या महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अत्याचार पर आपसी सहमति नहीं बन सकती है ?  कब तक महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अत्याचार पर जाति धर्म विचारधारा देखा जाएगा ? क्या इस देश में महिलाओं को जीने का अधिकार नहीं है । क्या मणिपुर की महिला बस महिला है क्या बंगाल की महिला महिला नहीं है । महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अत्याचार पर इस तरह की गंदी राजनीति कब बंद होगी । 


जय श्री कृष्ण
दीपक कुमार द्विवेदी 


टिप्पणियाँ

  1. यह विषम व्यवहार विचारणीय है और केन्द्र सरकार की भी विफलता है।

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