Watch, Observe, Learn and Prepare!

इज़राईल और भारत की स्थितियां लगभग समान ही हैं, इज़राईल भी इस्लामी जेहादियों से घिरा है, आए दिन हमले होते रहते हैं भारत में आए दिन जेहादी हमले करते रहते हैं, उनके यहां भी एक पड़ोसी है फिलिस्टीन, और हमारे यहां भी एक पड़ोसी है पाकिस्तान| भारत और इज़राईल दोनो देशो की परिस्थितियों में जो एक अंतर है वह यह कि इज़राईल के पास आंतरिक दुश्मन नहीं हैं उन्हे सिर्फ और सिर्फ बहारी सफाई रखनी हैं, जबकि भारत आंतरिक दुश्मनो से भरा हुआ है, भारत को अपने आंतरिक दुश्मनो से भी लड़ना है, और बाहरी दुश्मनो से भी| 

भारत की परिस्थिति, इज़राईल से अधिक खतरनाक है, क्योंकि सबसे अधिक मुश्किल और चैलेंजिंग टास्क होता है, अपने अंदर के दुश्मन की भी सफाई करना| बहार से जब कोई हमला करता है तो दिखता है, और प्रतिघात करने का समय भी मिल जाता है, किंतु जब हमला आंतरिक हो तो हमले की स्थिति भांप पाना लगभग नामुमकिन होता है| हमें अधिक सतर्क रहने की  आवश्यकता है|

आज सुबह ही इज़राईल पर फिलिस्टीन के ईस्लामी आतंकियों ने हजारो की संख्या में राकेट दागे, जिससे इज़राईल को बहुत अधिक क्षति हूयी, जवाब में इज़राईल ने युद्ध की घोषणा कर दी है| जो कुछ भी चल चित्र आ रहे हैं हृदय विदारक हैं, इज़राईल की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की तस्वीरे आपको झकझोर देंगी| 
ईस्लामी जेहादी के लिए हम सब काफिर हैं, और आप इस SS में एक उदाहरण देख सकते हैं, कैसे एक जेहादी डेड बाडी से रेप करने बोल रहा है, आप इनकी मानसिकता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं| 

भारत की स्थितियां भी कुछ ऐसी ही हैं, हम एक भयंकर और अघोषित युद्ध से गुजर रहे हैं, जो कि हमें दिख नहीं रहा, केंद्र और राज्य में भाजपा शासन होने के कारण| कुछ लोगो को यह कह सकते हैं कि व्हाट्सिएप विषविद्यालय, तो ऐसो के ब्रिगेडियर प्रताप वाला डायलाग है, "ए जो सर तुमने मिट्टी में घुसा रखा है शुतुरमुर्ग की तरह, उसे बहार निकालो और देखो अपने चारो तरफ, विवेक का स्तेमाल करो, समझ जाओगे|"

पर इन सबके मध्य महत्वपूर्ण यह है कि क्या हम तैयार हैं, इस युद्ध के लिए , फिलहाल तो मुझे नजर नहीं आ रहा है, पर हमें स्वयं को सभी परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए, इतिहास और वर्तमान की घटनाओं से सीखते हुए स्वयं को तैयार रखने की आवश्यकता है| 

नल्ले वामपंथियों के चूतियापे से बहार झांको और देखो असलियत जलाने विषविद्यालय के गंगा धाबे की चर्चाओं की  तरह रंगीन नहीं है, जिसमें समाज सेवा के नाम पर 2 रूपये कामरेड करके शाम को सिगरेट फू फू करो,
 

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