व्यंग :- गांधी के प्रेम में हर कांग्रेसी चंदे कि लेन में, धीरज साहू एक गांधी भक्त, छापा मोदी की गांधी नफरत का परिणाम


पांचो राज्यो के परिणाम आए तीन सप्ताह हो चुके हैं 
और कांग्रेस पार्टी की स्थिति चंदा वसूलने की आ चुकी है| जिस पार्टी ने अंतिम 70 वर्षो में एक भी पैसा चंदा नहीं मांगा आज वह पाई पाई के लिए मोहताज है| वैसे सच कहूं तो मांगना आज भी नहीं पड़ता पर मोदी बहोत बेरहम है, हर एक धीरज साहू पर वार पर वार कर रहा है| एक लोकतांत्रिक देश में क्या एक व्यक्ति वौ भी OBC समाज का कुछ एक 350 करोड़ रूपये भी नहीं रख सकता? क्या यही है गांधी और नेहरू का देश, जहां एक आदमी के घर केवल इसलिए छापा डाल दिया जाता है कि उसने गांधी जी की फोटो लगे कागज के टुकड़ो को अपने घर में रखा? क्या यही है गांधी के अहिंसा का पाठ? 

ये बात गांधी विरोधी संघी कभी समझ नहीं पाएंगे, उन्हे कभी समझ आएगा भी नहीं कि गांधी प्रेम क्या चीज है? गांधी ने अपने कोमल हांथो से रातो जागकर इस राष्ट्र को बनाया है, यहां तक कहा जाता है कि इस देश को बनाते समय उन्होने वस्त्र तक त्याग दिए थे| अपना खर्च कम करने के लिए मंहगी बकरी का दूध पीते थे| खर्चे में कमी हो इसलिए उन्होने कभी ट्रेन की 1st क्लास या 2nd क्लास बोगी में सफर तक नहीं किया| 3rd क्लास पूरी बोगी वो खरीद लिया करते थे| कितने दयालू और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे| गांधी के त्याग, परिश्रम और संघर्ष को तुम संघी लोग कभी समझ नहीं पाओगे| गांधी के इस देश के लिए संघर्ष के किस्से ऐसे हैं कि सरोजनी नायडू जी कहती थी कि गांधी जी को गरीब रखना हमें बड़ा मंहगा पड़ता है|

धीरज साहू एक सच्चा कांग्रेसी है,संघी मोदी e-रूपया, UPI इत्यादि लाकर गांधी को मारना चाहता है| धीरज साहू सच्चा कांग्रेसी और गांधी का परम उपासक था वह ऐसा होते हुए भला देख सकता है क्या? इसलिए उसने तय किया कि वह गांधी की तस्वीरो से सजे कागज के टुकड़े एकत्र कर अपने घर में रख और गांधी के प्रति अपनी भावनाएं प्रदर्शित की| ये भी मोदी जैसे संघियों को नागवार गुजरा और सूचना मिलते ही छापा डलवा दिया| ये दिखाता है कि मोदी गांधी से कितनी नफरत करता है|

हमारे कई सच्चे कांग्रेसी मित्र जो गांधी के परम उपासक हैं उन्होने ऐसे ही गांधी के प्रति श्रद्धा भावना के कारण गांधी की तस्वीर लगी कागज के टुकड़े एकत्रित किए हुए हैं, मोदी को इसकी सूचना लग चुकी है| तो एक सच्चा गांधी भक्त होने के नाते हम कांग्रेसियों की यह जिम्मेदारी है कि गांधी को संघियों से सुरक्षित रखे इसलिए हमने देश फार डोनेट अभियान चलाया, ताकि गांधी की फोटो में जो काला काला लगा है उसे सफेद चमचमाया जा सके. यह गांधी के प्रति हम कांग्रसियों की श्रृद्धा है|

इसी से अंत में एक कहावत याद आ रही है हमारे ही किसी महान गांधी उपासक ने कही थी, "गांधी तेरे प्यार में हम लुट गये बींच बजार में"|

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