Political News: भारत जोड़ो के बाद भारत न्याय यात्रा, मणिपुर को अस्थिर करने की साजिस


फोटो - साभार ट्विटर 

भारत जोड़ो यात्रा संपन्न हूयी, और परिणाम निकला कि विविध भाषाओं के आधार पर, क्षेत्र के आधार पर , और विभिन्न संस्कृतियों के आधार पर एक विभाजन रेखा खींची गयी| अभी कर्नाटक राज्य में कन्नड़ भाषियों को हिंदी भाषियों के विरूद्ध उकसाया जा रहा है| कर्नाटका में मोहब्बत की दुकान खोली गयी है, राहुल गांधी द्वारा और उस दुकान के निर्देशक, संचालक और गृाहक सभी नफरत से लबालब हैं| समाज को तोड़ने के लिए जो जो षठ्यंत्र किए जा सकते हैं किए जा रहे हैं| कांग्रेस तेलंगाना में सरकार बनाने में सफल हूयी, तो वहीं भाजपा राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने मेें सफलता हासिल की| कांग्रेस इन तीनो राज्यों के चुनाव हार गयी उसका कारण कांग्रेस पार्टी स्वयं है| परंतु कांग्रेस और उनके लोगो ने किया क्या?? इन प्रदेशो के मतदाताओं को गरियाने का कार्य किया गया, इन तीनो प्रदेश के लोगो को बिना दिमाग वाला बताया गया, उन्हे अनपढ़ कहा गया, भाजपा का गुलाम कहा गया| जनता को गाली देना क्या भारत जोड़ो है?? जनता को गाली देना क्या मोहब्बत फैलाना है?? क्या यही मोहब्बत है?

कांग्रेस और राहुल गांधी कैसा भारत जोड़ रहे हैं, कभी  ये और इनके साथी दक्षिण और उत्तर में विभाजन रेखा खींचते दिखते हैं, तो कभी भाषाओं अे आधार पर नफरत बेंचने का काम किया जाता है| आखिर कांग्रेस के लोग इस राष्ट्र की एकता में बाधक क्यों बनते हैं? क्यों ये लोग नहीं चाहते की भारत वैविधता के साथ एकत्रित हो, और एक संगठित शक्ति के रूप में भारत का परचम अखंड विश्व में सर्वोत्तम शिखर पर फहराए? 

कांग्रेस ने अभी हाल में भारत न्याय यात्रा मणिपुर से प्रारम्भ करने जा रही है, इसका भी उद्देश्य भारत जोड़ो की तरह ही राष्ट्र की एकता में बाधक बनना ही है| मणिपुर में लम्बे संघर्ष के बाद पुनः शांति कायम हूयी है| और एक बार पुनः राहुल गांधी, उस आग को हवा देने की कोशिश में हैं जो उनके पूर्वजो ने 1960 में दिया था| कांग्रेस, विशेषतः गांधी-नेहरू खानदान का इतिहास इस राष्ट्र को विभाजित करने का इतिहास रहा है| जवाहरलाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक ये लोग देश में विभाजन की राजनीति करते चले आ रहे हैं और कर रहे हैं| 

राष्ट्र की एकता कांग्रेस के समापन का अध्याय लिखेगी, ये बात कांग्रेसी भी जानते हैं इसीलिए ये विभाजन की राजनीति करते हैं, कभी क्षेत्र के आधार पर तो कभी भाषा के आधार पर तो कभी रंग के आधार पर| आजकल राहुल गांधी वनवासी और जनजातीय समाज को अलग थलग करने की कोशिश में लगे हुए हैं, जिसमें वो कामयाब नहीं होने वाले, पर हम सबका एक भारत का नागरिक होने के नाते यह कर्तव्य बनता है कि कांग्रेस के विभाजन के इन सभी इरादो को नाकामयाब करते हुए,राष्ट्र की एकता और अखंडता अक्षुण रखें| 

धन्यवाद् 🙏🏻

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