मध्यप्रदेश को भारत का ग्रोथ का इंजन कैसे बना सकते हैं ?


हमारा प्यारा मध्यप्रदेश बहुत सारी संभावनाओं से भरा है  फिर किसी कारण बस हमारे मध्यप्रदेश को जितना विकास करना चाहिए उतना विकास नहीं कर पाया उसका सबसे बड़ा कारण हमारी सरकारो ने युवा शक्ति की ऊर्जा का इस्तेमाल अच्छे नहीं कर पाई जिसके कारण भारत का दिल कहा जाने वाला मध्यप्रदेश अन्य राज्यों से पीछे रह गया और लगातार मध्यप्रदेश पीछे जा रहा है हमारी मध्यप्रदेश सरकार भी ध्यान नहीं देती है कैसे युवाओं की शक्ति मध्यप्रदेश विकास लगाए मध्यप्रदेश का युवा आधा समय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी लगा देता है बेरोजगारी कारण मध्यप्रदेश का युवा बड़े पैमाने नशे की चपेट आपराधिक घटनाओं शामिल होने लग गया है इसके लिए पिछली सरकारे भी दोषी क्योंकि इन सरकारों ने शिक्षा नीति में कौशल विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया वर्तमान सरकार नई शिक्षा नीति लाई भी अभी प्रभावी ढंग से लागू नहीं कर पाई जिसके कारण देश का युवा सरकारी नौकरी पर अत्यधिक निर्भर हो गया मैं जो सुझाव मैं दे रहा हू उसकी प्रेरणा मुझे संघ की शाखा में एक गीत मध्यम से मिली है देश हमे देता सबकुछ हम भी कुछ देना सीखें मध्यप्रदेश को आगे ले जाना है तो सरकार और माननीय मुख्यमंत्री जी को मजबूत इच्छा शक्ति दिखानी होगी और से कठोर नीति गत फैसले लेने होंगे समाजवादी मानसिकता कारण उत्तर भारत के युवा सरकारी नौकरी को रोजगार मानते है यही स्थिति मध्यप्रदेश की युवा की भी है मध्यप्रदेश सरकार को सरकारी नौकरी देनी चाहिए उसके साथ युवाओं की मानसिकता बदलाव लाने के लिए प्रयास करने चाहिए युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना चाहिए और मध्यप्रदेश के युवाओं को उद्यमी बनाने का प्रयास करना चाहिए उसके साथ बदलते दौर के साथ स्टार्टअप क्षेत्र तेजी बढ़ रहा इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार को दुनिया सभी देशों की नीति का अध्ययन करना चाहिए युवाओं हित के लिए बेहतरीन नई स्टार्टअप नीति बनानी चाहिए उसके साथ मध्यप्रदेश मे निजी निवेश और इंडस्ट्री आए उसके लिए बड़े स्तर आर्थिक सुधार लागू करने चाहिए और मध्य प्रदेश का माहौल बिजनेस फ्रेंडली बनाना चाहिए जैसे उत्तर प्रदेश इज ऑफ डूइंग रैंकिंग में सुधार किया है उसी तरह के सुधार मध्यप्रदेश में लागू करना चाहिए जिससे इज ऑफ डूइंग रैंकिंग मध्यप्रदेश भारत के शीर्ष 5 राज्यों की श्रेणी में आ सके बिना गांव और किसान गांव युवाओं के जीवन स्तर सुधार लाए कुछ परिवर्तन लाना संभव नहीं है ।  मैं गांव में स्थानीय स्तर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कुछ सुझाव दे रहा हूं भारत का विकास और प्रदेश का विकास तभी संभव है  जब हम केंद्रीयकृत मॉडल से विकेंद्रीकृत सनातनी आर्थिक मॉडल पर शिफ्ट होंगे हमने जय सनातन भारत वेबसाइट में सनातनी आर्थिक व्यवस्था के लेबल में सनातनी आर्थिक मॉडल के सभी सिद्धांतो पर विस्तार से लिखा हूं । हमारे सुझावों को पढ़ने के बाद विकेंद्रीकृत मॉडल के महत्व को जरूर समझने का प्रयास करे सनातनी आर्थिक व्यवस्था की पूरी श्रृंखला को आप लोग अवश्य पढ़ें मै लेबल लिंक आलेख के नीचे डाल दूंगा। क्योंकि केंद्रीयकृत  और विकेंद्रीकृत मॉडल के सिद्धांत को संक्षिप्त विवरण दे पाना मुश्किल है । सनातनी विकेंद्रीकृत व्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ गांव और कृषि संबंधित सुझावों बात रखूंगा ।  गांव का विकास करना है तो कृषि आधारित उद्योगों को  बढ़ा़वा देने की सख़्त आवश्यकता है जिससे मध्यप्रदेश के 60% युवाओं उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके मध्यप्रदेश को नदियों कहा जाता है इसलिए यहां की भूमि सिंचित है मध्यप्रदेश सरकार के प्रयास 80% गांवों नहर से पानी पहुंच गया है जिसके कारण मध्यप्रदेश में लगातार कई वर्षों रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हो रहा है मध्यप्रदेश का किसान ज्यादा तर गेहूं चावल सोयाबीन की खेती करता है उसमें किसान को जितना लाभ होना चाहिए नहीं तो होता है क्योंकि मध्यप्रदेश किसान व्यावसायिक खेती नहीं करता है और मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री न होने कारण मध्यप्रदेश किसान को उचित मूल्य नहीं मिल पाता है और मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र निजी निवेश कारण भंडारण क्षमता नहीं है कोल्ड स्टोरेज की समास्याएं है जो मध्यप्रदेश सरकार जो नये कृषि कानून मध्यप्रदेश लागू करें जिससे मध्यप्रदेश में बड़े स्तर पर कृषि क्षेत्र में निजी क्षेत्र का निवेश आ सकता है मध्यप्रदेश किसान को उसकी उपज उचित मूल्य मिल सकता है मध्यप्रदेश का किसान संपन्न हो सकता है उसके बाद मध्यप्रदेश मे बड़े स्तर रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र पशुपालन भी हो सकता है पशुपालन बढ़ावा देने के लिए सरकार को नई नीति बनानी चाहिए जिसमें निजी निवेश बढ़े और उसमें गौ पालन डेयरी उद्योग बायोगैस उद्योग जोड़़ कर रोजगार के लिए नये अवसर गांवों प्रदान किया जा सकता है और मध्यप्रदेश मे मस्य पालन मुर्गी पालन मधुमक्खी और मछली पालन में बहुत बड़ी संभावना है इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार को युवाओं को और किसानों को प्रशिक्षण केन्द्र खोलकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षण देना चाहिए और प्रशिक्षण के बाद उन्होंने आर्थिक सहायता देना चाहिए जिसमें युवा और किसान मधु मक्खी पालन और मुर्गी पालन और मछली पालन कर सके और मध्यप्रदेश सरकार को कुटीर उद्योगों बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अच्छी योजना शुरू की थी एक जिला एक उत्पाद उसी तरह की योजना मध्यप्रदेश शुरू करनी चाहिए और इस योजना को विस्तृत रूप से मध्यप्रदेश लागू करनी चाहिए होगी उसके बाद देश सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र विनिर्माण क्षेत्र हो सकता है मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने विनिर्माण जुड़ी परियोजनाओं निवेश करने की जरूरत है बिना रोड सड़क बिजली पानी और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किए बिना मध्यप्रदेश में निजी निवेश नहीं आ सकता है इसलिए मध्यप्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाने की सख्त जरूरत है और एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक पार्क विकसित करना चाहिए मेरे अनुसार अगले 7 साल में इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र 10 लाख करोड़ का निवेश करने की आवश्यकता है उसके आलावा मध्यप्रदेश में शोध और अनुसंधान माहौल तैयार करना चाहिए मध्यप्रदेश में एक डेटा साइंस इंस्टिट्यूट स्थापित करना चाहिए उसके आलावा जो विद्यार्थी किसी विषय अनुसंधान करना चाहते हैं उन्हें सरकार मध्यम या निजी क्षेत्र का सहयोग लेकर उन्हें आर्थिक सहयोग देना चाहिए जिससे मध्यप्रदेश अनुसंधान का माहौल तैयार होगा मध्यप्रदेश सरकार को निजी क्षेत्र के साथ मिलकर मध्यप्रदेश सरकार को अपनी कुल जीडीपी का अनुसंधान पर इन 5% ख़र्च करना चाहिए मध्यप्रदेश सरकार को निजी क्षेत्र के साथ ppp मॉडल के तहत साथ विश्व स्तर का अनुसंधान संस्थान स्थापित करना चाहिए जिससे मध्यप्रदेश के युवा और देश का युवा उस संस्थान के मध्यम अनुसंधान कर सके जो विद्यार्थी अनुसंधान और शोध कर रहे उन्हें पैसे कमी न आए इसके लिए सरकार को ध्यान देना चाहिए जो मध्यप्रदेश अनुसंधान क्षेत्र और शोधकार्य में देश अग्रणी भूमिका निभाई तो मध्यप्रदेश अनुसंधान क्षेत्र में दुनिया में हब बन सकता है मध्यप्रदेश में डेटा साइंस लैब की स्थापना और अनुसंधान के क्षेत्र आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा मुझे अमेरिका जापान और दक्षिण कोरिया से मिली है वो अमेरिका और जापान चीन की सरकार अनुसंधान और डेटा सांइस पर पानी की तरह पैसा बहाते हैं जिससे वो देश अनुसंधान क्षेत्र भारत से बहुत आगे है जिससे उनकी अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत होती जाती है हमारे युवाओं के पास जो बौद्धिक बल है वो दुनिया किसी देश के पास नहीं है फिर भी हमारे बौद्धिक बल टैलेंट को सम्मान नहीं मिलता हमारे देश में चाहे सरकारी क्षेत्र हो निजी क्षेत्र हर जगह भाई भतीजावाद है इसकी पुष्टि के केंद्र सरकार ने एक रिपोर्ट होती है जिसमें बताया गया था प्रतिवर्ष 4 लाख युवा भारत छोड़ रहे हैं विदेशी कंपनिया उन्होंने बड़े पैकेज देती है उन्हें सम्मान देती है भारत में उनका अपमान होता है उदाहरण के लिए भारत में सुंदर पिचाई होते तो वो कभी किसी कंपनी सीईओ नहीं बन पाते कै भारत में न निजी क्षेत्र उनके टैलेंट का ध्यान देता है न सरकार ध्यान उनकी ओर ध्यान देती है हमारे आईआईटी आईआईएम जैसे संस्थानों पढ़ें युवा आर्थिक समास्याओं कारण और उनके टैलेंट का सम्मान न होने कारण भारत छोड़ देते हैं जो हमारी सरकारों ने और निजी क्षेत्र से भाई भतीजावाद और चाटुकारिता कल्चर समाप्त नहीं किया गया और उनके टैलेंट सम्मान करना नहीं सीखा तो हमारा टैलेंट हमारे कोई काम नहीं आएगा इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है इसके लिए डेटा साइंस और स्किल्ड मैपिंग आज के समय बहुत महत्वपूर्ण है उसके लिए एक उदाहरण देता हूं जब कोई किसान टमाटर लगाया उससे लाभ हुआ तो अगले साल उस गांव के सभी किसान टमाटर खेती करने लगते हैं जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है जो मध्यप्रदेश डेटा साइंस लैब इंस्टीट्यूट स्थापित हो जाए जिससे किसानों पता चल पाएगा किसकी खेती करने लाभ हो सकता है इसी तरह डाटा साइंस प्रयोग हर क्षेत्र में होता है इसलिए अनुसंधान और डेटा सांइस के क्षेत्र में ppp माडल अपने की सख़्त ज़रूरत है जो अनुसंधान क्षेत्र में पिछड़ा गए हमारे देश के साथ मध्यप्रदेश को गहरे संकट समाना करना पड़ेगें हम आर्थिक महाशक्ति नहीं बन पाएंगे इसलिए हमें आर्थिक महाशक्ति बनना है तीन मंत्र को अपनाना पड़ेगा 
रिसर्च और डेवलपमेंट स्किल्स मैपिंग पर काम किये बिना भारत सुपर पावर नही बन सकता है। डेटा सांइस के प्रयोग से ही हल को निकाला जाए , स्किल्ड मैपिंग और आधुनिक टेक्नोलॉजी आधरित कौशल विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि ये युग डाटा साइंस और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का है आधुनिक मशीनों संचालित करने के लिए आधुनिक स्किल्ड मैनपॉवर की आवश्यकता होती है उदाहरण के लिए जर्मनी अमेरिका जापान से कोई आधुनिक मशीन मांगा लेंगे उसे चलाने वाले लोग नहीं मिलेगे उस मशीन कोई मतलब नहीं रहेगा इसलिए स्किल्ड मैनपॉवर कि सख्त आवश्यकता है इसलिए हमें अनुसंधान माहौल मध्यप्रदेश के साथ देशभर तैयार करना पड़ेगा नहीं तो इसकी हमे बहुत बड़ी क़ीमत चुकानी होगी क्योंकि जब अविष्कार होते लोगों जीवन स्तर सुधार आता है नये स्टार्टअप बनते हैं निवेश आता जिससे रोजगार बढ़ता और निर्यात बढ़ता है जिससे बेरोजगारी दूर होती है और टैक्स कलेक्शन भी बढ़ता है और देश में संपन्नता आती है इसके लिए मेरा सुझावो सरकार और निजी क्षेत्र को मिलकर हमारे सुझावो पर कार्य करना चाहिए मै विद्यार्थी हूं इसलिए मुझे ज्यादा इन विषयों की ज्यादा जानकारी नहीं है मैं फिर मैं कुछ सुझाव अपने अध्ययन के आधार पर दिया हूं जो गलती हुई उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं मेरे सुझावों को पर देश भर के बड़े अर्थशास्त्री दुनिया के विशेषज्ञों की और और थिंक टैंक की राय लेनी चाहिए हम कैसे अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं और अपने अर्थव्यवस्था का साइज़ कैसे तेजी बड़ा कर सकते हैं , क्योंकि हम लोग आर्थिक सुधारों देरी लागू करने गलती पहले कर चुके हैं अब डेटा सांइस अनुसंधान पर और आधुनिक स्किल्ड मैन पावर तैयार करने में पिछड़ गए तो हमारा आर्थिक महाशक्ति बनने का सपना ही रह जाएगा दुनिया कभी नहीं चाहेगी हम आर्थिक महाशक्ति बने क्योंकि भारत दुनिया के लिए बाजार है इसलिए हमें अपने देश बारे खुद सोचना है इस महान पुण्य कार्य के लिए पानी की तरह पैसा बहाना पड़े बहाना चाहिए क्योंकि ऐसा अवसर हमे कोराना के बाद मिला है इसलिए हमें बड़े सुधारो लागू करने से किसी कीमत पीछे नहीं हटना चाहिए जो आज हम देश की रूप इन बड़े सुधारो लागूं कर पाए तो हमे विश्व आर्थिक महाशक्ति बनने हमे कोई नहीं रोक सकता है इस कार्य में हमारा मध्यप्रदेश अग्रणी भूमिका निभा सकता है इसलिए जो मध्यप्रदेश एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हमारा भारत करोड़ों कदम आगे बढ़ जाएगा

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मैनेजिंग एडिटर
दीपक कुमार द्विवेदी 

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