प्रकाश से प्रदुषण कैसे फैलता आइए जानें


प्रदूषण शब्द जिव्हा पर आते ही वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण पर ही ध्यान चर्चा सिमट कर रह जाती है। प्रकृति बहु रुप है, ऐसे ही असंख्य हमारे प्रदूषण कारी क्रियाकलाप है। जिनमें एक नई समस्या प्रदूषण वैश्विक स्तर पर निकल कर आया है। वह है प्रकाश प्रदूषण। जिसका कारण महानगरों फैक्ट्रियों कमर्शियल प्रतिष्ठानों इलेक्ट्रिक विज्ञापन बोर्डों से निकलने वाला कृत्रिम प्रकाश है।

खगोल विज्ञान मानव स्वास्थ्य अन्य पशु पक्षियों के लिए बहुत खतरनाक है। महानगरों में आप चांद तारों को नहीं देख सकते, खगोल अध्ययन के लिए। इस कृत्रिम प्रकाश के कारण, चांदनी रात में प्राकृतिक प्रकाश की सहायता से चांद तारों से नेविगेट करने वाले प्रवासी पक्षियों इसके कारण भ्रम उत्पन्न हो जाता है। वह रास्ता भटक कर थक कर मर जाते हैं। अंधेरे में शिकार प्रजनन करने वाले मकड़ी जैसे असंख्य कीट इस मानव निर्मित कृत्रिम प्रकाश के कारण लुप्त हो रहे हैं। खुद हम इंसानों के शरीर में स्थापित बायोलॉजिकल क्लॉक अर्थात जैविक घड़ी इस कृत्रिम प्रकाश से प्रभावित होता है। यह अच्छी नींद बाधक है। अंधेरे की उपस्थिति का हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव रात्रि में पड़ता है। भगवान ने रात्रि को कुछ जीवो के विश्राम तो कुछ कर्म करने के लिए बनाई है। सभी जीवो के लिए जरूरत के लिए जितने प्रकाश की रात्रि में जरूरत होती है वह चांद तारों आदि से उसकी व्यवस्था की। अंधेरी का हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है। शेरोटीन जैसे फीलगुड हार्मोन तेजी से बनते हैं, जो अच्छी नींद व अवसाद तनाव से लड़ाई में जरूरी हथियार है। आर्य जगत के मूर्धन्य दार्शनिक स्वामी विवेकानंद परिव्राजक जी रोजड़ गुजरात वाले कहते हैं अच्छी नींद के लिए जरूरी है सोते समय सबसे पहले "लाइट बंद ,आंख बंद और फिर विचार बंद" ।

जिस अमेरिका में बल्ब जैसे कृत्रिम प्रकाश उत्पन्न करने वाले साधन का आविष्कार हुआ वही आज प्रकाश प्रदूषण के दुष्प्रभाव प्रकृति इकोसिस्टम में इसके नुकसान को देखते हुए वर्ष 1989 से ही डार्क नाइट एसोसिएशन नामक वैश्विक संगठन का गठन हो चुका है। जो अनावश्यक बल्ब एलइडी लाइट के प्रयोगों के विरुद्ध जागरूकता फैलाता है। प्राकृतिक अंधेरी रात्रि की वकालत करता है। वर्ष 2016 में नासा गूगल ने मिलकर प्रकाश प्रदूषण को मापने के लिए वर्ल्ड का मैप बनाया था। एशिया यूरोप अमेरिका के महानगर प्रकाश प्रदूषण की पूरी तरह चपेट में है। केवल सहारा का रेगिस्तान अफ्रीकी महाद्वीप में अमेजन दक्षिण अमेरिकी परीक्षेत्र प्रकाश प्रदूषण से मुक्त है। प्रकाश प्रदूषण घर के बाहर ही नहीं कर के अंदर भी मौजूद रहता है हम अनावश्यक लाइटनिंग घर में करते हैं। बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमें इससे बचना होगा। ईश्वर सर्वज्ञ है। उसके काम में कोई त्रुटि नहीं होती वह कुछ भी गलत नहीं रचता रात्रि का प्राकृतिक अंधेरा भी हमारे अन्य जीवो वृक्षों के लिए उतनी ही जरूरी है, जितना कि दिन में होती है।

अनावश्यक कृत्रिम प्रकाश सोडियम लैंप, एलइडी लाइट आदि से प्रकाश प्रदूषण ना फैलाएं।


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