सनातनी होली जरूर मनाएं , परन्तु रंग - बदलुओं से बचें

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🚩।।। श्री गणेशाय नमः ।।।🚩

👉 ' आप ' पार्टी के आने से पहले कल तक भारत में रंगों का त्योहार होली बहुत धूम - धाम से मनाया जाता था । लोग आपस में वर्षों की दुश्मनी भुलाकर एक - दूसरे को सराबोर कर देते थे । सारी दुश्मनी पल भर में समाप्त हो जाती थी । रंग - गुलाल उड़ाकर सारी दुश्मनी चंद समय में उड़ा देते थे । दिल में ना कोई बैर और ना ही मन में कोई गांठ रखते थे।बड़ों के आशीर्वाद लिया करते थे और घर की महिलाएं अपने अनुजों , सह उम्र वालों और बड़ों को प्यार और यथोचित सम्मान दिया करती थीं। पूरा वातावरण फाग की फगुनाहट से रंग - बिरंगा और संगीतमय हुआ करता था।


👉धीरे - धीरे कुछ वर्षों पहले आप जैसी पार्टी के आगमन के साथ ये सारी चमक - धमक फीकी पड़ने लगी । धीरे - धीरे रंग और गुलाल की मस्ती उतरने लगी । लोग होली जैसे दिन में बेरंग होने लगे ।ना कोई प्यार , ना ही कोई शरारत और ना ही आपसी सौहार्द।

👉मुझे इस बार तो बहुत अखड़ा । मैंने लगे हाथों अपने कुछ लोगों से पूछा कि भाई क्या कारण है कि इस बार भी आपलोग बेरंग हैं । सबों ने एक स्वर में कहा -- सारे रंग तो इन रंग - बदलू ' आपाई नेताओं ने चुरा लिए ।अब लगाऊं तो कौन सा रंग लगाऊं ? ' आप ' पार्टी के नेताओं के भाषण सुनकर दिल में कोई प्रेम बचा रहे तब तो प्रेम से होली मिलन करूं ।

👉मैंने मामले की गंभीरता को समझ कर चुप रहना बेहतर समझा ।


👉 परंतु रंग - बदलू नेता के सरगना की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद है कि वातावरण का विष थोड़ा कम होगा और लोग आगे से पूर्ववत अपनी सभ्यता - संस्कृति को ध्यान में रखकर रंगोत्सव होली का त्योहार पूरी मस्ती के साथ मनाएंगे और संकल्प लेंगे कि ऐसे रंग बदलू नेताओं के झांसे में कभी नहीं आयेंगे और देश के लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु इस वर्ष होने वाले लोकतंत्र के महापर्व को सफल बनाने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएंगे। देश की सभ्यता - संस्कृति को मजबूत बनाने वाली पार्टी को अपना समर्थन देंगे ताकि भगवान राम के साथ - साथ भगवान शिव और भगवान कृष्ण भी उनके अपने घर में स्थापित हो सकें ।

👉और अन्त में ....

👉इस बार इतना जमकर वोटिंग करें कि 04 जून 2024 को इस बार का फीका रंगोत्सव पूरी तरह से रंगीन हो जाए। 

👉हमें इस जीत के पहले 100 सीट्स भगवान शिव को , दूसरे 100 सीट्स भगवान राम को , तीसरे 100 सीट्स भगवान कृष्ण को , चौथे 100 सीट्स भगवान हनुमान को और शेष सीट्स देश की सभ्यता - संस्कृति को बचाए रखने वाले बलिदानियों/नारियों के नाम समर्पित कर एक उदाहरण प्रस्तुत करना है ताकि पूरी दुनिया को हम सनातनियों की एकता का सकारात्मक संदेश जा सके ।

👉उसी दिन हमारा यह अधूरा और फीका रंगोत्सव पूर्णतया पूर्ववत रंगीन हो सकेगा ।
।।। ॐ ।।।
।।। श्री राम ।।।
।।। श्री कृष्ण ।।।
।।। श्री हनुमान ।।।
।।। जय सनातन ।।।

[ निवेदक ,: नीरज ।🙏 ]

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