इस्कॉन वालों की रसोई में five star से भी अधिक लजीज पकवान बनते हैं वह भी बिल्कुल सात्विक तरीके से ,बिना लहसुन पयाज के ।
1.इस्कॉन में बनाने के लिए कांसे के बर्तनों को प्रयोग किया जाता है जो सबसे उत्तम है ।
2. इस्कॉन में केवल गाय के शुद्ध देशी घी में खाना बनाया जाता है ।
3. खाना केवल कच्ची आग यानि लकड़ी पर बनाता है । और मिट्टी के चूल्हे में बनाता है ।
बहुत तरह की रेसिपी हैं इनके पास । पुणे में एक अलग शोध संस्थान है जो भोजन की नई नई रेसिपी खोजता है ।
स्वादिष्ट खाना बहुत जरूरी है धर्म के प्रचार में । श्रीला प्रभुपाद ने जब सनातन का प्रचार शुरू किया तो वह हिप्पी लोगों को अपने हाथ से बना कर खाना खिलाते थे । सिख मत के फैलाव में लंगर का बड़ा योगदान है । पिंगलवाड़े के संस्थापक पहले हिंदू थे लेकिन लंगर में मिलने वाले भोजन ने उनका हृदय परिवर्तित कर दिया ।
सनातन धर्मियों को भी इसको समझना चाहिए ।
अन्तिम में हमारे नसीब में तो इस्कॉन का स्वादिष्ट खाना नहीं है जो कच्ची आग पर ,सात्विक तरीके से शुद्ध देशी गाय के घी में कांसे के बर्तन में बनता है लेकिन क्या मुकेश अंबानी के नसीब में है इस प्रकार का खाना । शायद नहीं।
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