अबकी बार 400 पार एक नारा नहीं अगले हजार वर्ष के भारत की आधारशिला रखने की ओर एक पहला कदम कैसे सिद्ध होगा ?

 " अबकी बार ,चार सौ पार । "
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👉भारत के वर्तमान यशस्वी, लोकप्रिय और दूरद्रष्टा प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई यह अपील ----
" अबकी बार , चार सौ पार "
महज एक अपील ही नहीं है , अपितु भारत के स्वर्णिम भविष्य की आधारशिला रखने वाला यह चमत्कारी कथन है , जिसमें देश के सच्चे सनातनियों को लेशमात्र भी संदेह नहीं होना चाहिए । 

👉भारत को विकासशील राष्ट्र से विकसित राष्ट्र बनाने का यह खुली आंखों से देखा गया एक राष्ट्रवादी व्यक्ति का स्वप्न है , जिसके लिए सभी सच्चे राष्ट्रप्रेमी सनातनियों का सम्पूर्ण योगदान अपेक्षित है ।
सनातन धर्म और संस्कृति के पुनरुद्धार के स्वर्णिम समय की यह मांग है । यही महाकाल की इच्छा है ।

👉समय का चक्र अनवरत अपनी गति से चल रहा है । भारत भूमि पर छाए तिमिर के बादलों के पूर्णरूप से हटने का संकेत वर्ष 2014 में ही मिल चुके हैं । वोटरों के अपेक्षित सहयोग से राष्ट्र अपनी खोई प्रतिष्ठा धीरे - धीरे हासिल कर रहा है । राष्ट्र अब अपना सिर उठाकर दूसरे देशों के राजनयिकों से बात कर रहा है ।

👉 पूरी दुनिया के अधिकांश देश भारत से मित्रता और व्यापारिक संबंध बनाने को लालायित हैं । 

👉सामरिक , परमाण्विक और ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ती जा रही है ।विदेश नीति के मामले में उठाए गए इसके कूटनीतिक कदम का पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं है ।

👉आध्यात्मिक और धार्मिक विस्तारवाद के मामले में एक नई कहानी रोज लिखी जा रही है और अपनी सीमाएं रोज लांघ रहा है । भारत का सच्चा पुरातन ज्ञान विश्व के अर्वाचीन ज्ञान की कसौटी पर पूरी वैज्ञानिकता के साथ दृढ़तापूर्वक खड़ा है ।

👉आर्थिक मामलों में नित्य नई ऊंचाइयां पा रहा है । चाहे स्थापत्य कला हो या विज्ञान सबों में अपनी छाप छोड़ रहा है ।

👉 कोरोना के भयावह समय पर अधिकांशतः दुनिया को चिकित्सकीय सहायता देने का मामला हो या फिर उसके बाद फैली वैश्विक मंदी का मामला हो, माननीय मोदी जी की इच्छाशक्ति से और राष्ट्रहितैषी संकल्प के धनी व्यक्तियों ने इसका जितनी अच्छी तरह से सामना किया , वह पूरी दुनिया के लिए अनुकरणीय श्रेष्ठ उदाहरण बन गया । 

👉भारत का उद्घोष " वसुधैव कुटुंबकम् " और 
" आत्मवत सर्वभूतेषु य: पश्यति स: पण्डित: " का नारा फिर से बुलन्द हुआ । 

👉भारतीय प्रतिभाओं का पलायन धीरे - धीरे कम हो रहा है । 

👉प्रवासी भारतीयों का विश्वास अपने राष्ट्र भारत के प्रति बढ़ता जा रहा है । 

👉वैश्विक स्तर की मानक सुविधाओं के लिए कृत्संकल्पित भारत अपने प्रयास से नित नई कहानी लिख रहा है । 

👉तकनीकी स्तर पर इसकी प्रतिभा पूरी दुनिया में अपना डंका पीट रहा है । 

👉शिक्षा के क्षेत्र में आमूल - चूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है। क्रेडिट कार्ड के माध्यमों से विद्यार्थियों की स्थिति में बहुत बड़ा परिवर्तन दिख रहा है ।
 
👉आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल की अवधारणा मजबूत हो रही है ।

👉किसानों की समस्याओं का भी बहुत हद समाधान दिख रहा है , यद्यपि कुछ समस्याओं का समाधान अभी मिलना बाकी है ।

👉 नौकरी और रोजगार के पर्याप्त विकल्प पर अभी और होमवर्क करना होगा । 

👉ऊर्जावान युवाओं में राष्ट्रवाद की अलख जग रही है । 

👉" अग्निवीर " जैसी योजना के प्रति युवाओं का बढ़ता क्रेज इस बात का प्रमाण है कि लोगों में राष्ट्रवाद की चेतना हुंकार मार रही है । 

👉सनातन धर्म और संस्कृति के प्रति युवाओं का बढ़ता जोश पूरी दुनिया को एक अलग संदेश दे रहा है । कुल मिलाकर " वैश्विक गुरु " बनने की राह पर राष्ट्र अग्रसर है और इसका कुल क्रेडिट उन सभी राष्ट्रवादी प्रेमियों को जाता है , जिन्होंने माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की नीतियों को समझकर उनका खुलकर साथ दिया । 

👉औद्योगिक घरानों ने भी स्पष्ट तौर पर उनका साथ दिया । उद्योग के क्षेत्र में भी नई कहानियां लिखी जा रही हैं।  

👉पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के " एकात्म मानववाद " की अवधारणा की पूरी दुनिया में भूरि - भूरि प्रशंसा हो रही है । कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि 
मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने चहुंओर विकास किया और यह तभी सम्भव हो पाया जब भारतीय वोटरों ने मोदी जी पर भरोसा कर 282 सीटों के साथ उन्हें 2014 में पहली बार राष्ट्र की सत्ता को सौंपा। पहली बार के कार्य के सुखद अनुभव के परिणामस्वरूप दूसरी बार कुल 353 सीटों के साथ सत्ता की चाभी मोदी जी के हाथों में दिया ।" सबका साथ , सबका विश्वास " के बाद " सबका साथ , सभा विश्वास के सबका विकास " पर भरोसा किया और माननीय मोदी जी भरोसे पर खरे उतरे । 

👉बीजेपी ने अपने कोर एजेंडे के तहत मुस्लिम महिलाओं से जुड़े तीन तलाक से निजात दिलाने का मामला हो या जम्मू - कश्मीर से जुड़े धारा 370 का खात्मा हो या 35 ( A) का खात्मा हो या राष्ट्रीय स्मिता से जुड़े राम मंदिर निर्माण का मामला हो , सभी को संवैधानिक और कानूनी तरीके से लागू करवाया । इतना ही नहीं अंग्रेजों के समय से चले आ रहे अनावश्यक कानूनों को या तो निरस्त किया या समयानुकूल संशोधित किया ।
 
👉वर्षों से लंबित महिलाओं के आरक्षण जैसे मुद्दे हों या आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए 10 % आरक्षण का मामला हो या एससी - एसटी एक्ट का मामला हो ,बीजेपी ने खुलकर मुहर लगा दी ।
 
👉सोशल रिफॉर्म्स हों या जनहित से जुड़े रोड, पानी , बिजली , स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का मामला हो , भारत हर रोज एक कदम मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है । 

👉सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मामले ने पूरी दुनिया में इतिहास रच दिया । 

👉नोटबंदी ने तो पड़ोसी राष्ट्र पाकिस्तान की कमर ही तोड़ दी और हाथ में कटोरा पकड़वा दिया । पीओके के लोग खुलकर भारत का समर्थन करने को तैयार हैं ।

👉सी०ए०ए और यू०सी०सी ने पूरे विश्व में चर्चा पाई। अब धर्म के नाम पर प्रताड़ित अन्य देश में बसे हिंदुओं , सिखों , जैनों , बौद्धों , यहूदियों ,ईसाइयों को भारत में आने का रास्ता पूरी तरह से खुल गया ।
 
👉आतंकवाद के विरोध में पूरी दुनिया से आंख से आंख मिलाकर बात कर रहा है और अमेरिका जैसा देश इस मुद्दे पर उसके साथ खड़ा है । पूरी दुनिया को अपनी ओर देखने के लिए भारत ने विवश कर दिया है ।यह सही मायनों में देश के उन विचारों के विश्वास का परिणाम है जिसके तहत उनका उनका विश्वास ( 282 से बढ़ कर 353 हो गया ) मोदी जी एंड टीम की तरफ बढ़ता जा रहा है ।ज्यों - ज्यों वोट की ताकत बढ़ती जा रही है , घोटालों और गरीबों ,संपेरो का कहा जाने वाला देश भारत में पूर्व अवधारणा के विरुद्ध पारदर्शी और समग्र विकास हो रहा है ।यह वोटरों को दिख भी रहा है ।

👉परन्तु हमें यहीं नहीं रुक जाना है ।अभी देश में और भी कई समस्याएं मुंह बाए खड़ी है । विधर्मी और वामपंथी विचारधाराओं ने अभी भी अपना मकड़जाल फैला रखा है ।जिहादी मानसिकता और आतंकवाद को और कड़ा सबक सिखाना होगा । राष्ट्र के विकास को और तीव्र गति देनी होगी । भारत के विश्वगुरु की पहचान को फिर से मजबूती से स्थापित करना होगा । मजदूरों की समस्या के लिए बने मनरेगा कानून को और तेज धार देना होगा ।आयुष्मान कार्ड योजना और उज्ज्वला योजना को छूटे लाभार्थियों से जोड़ना होगा। पंचायती राज अधिनियम को और मजबूत करना होगा । हर युवा के हाथ में रोजगार देना होगा । युवा अनुभवी वृद्धों के आशीर्वाद और अनुभवों का लाभ उठाएंगे ।एक तरफ वृद्धों की सेवा होगी तो दूसरी तरफ युवाओं , किसानों और मजदूरों को काम देना और पर्यावरण को ध्यान में रखकर उद्योग- धंधों का जाल बिछाना , युवाओं को अनुकूल माहौल देना जैसी चुनौतियों के लिए एक बार फिर कमर कस कर खड़ा होना होगा । सुरसा की तरह खाए जा रहे वफ्फ बोर्ड कानून को निर्मूल करना और विवादित ढांचे को तोड़कर उसके मूलस्वरूप में लाना ,मंदिरों की खोई प्रतिष्ठा फिर से प्राप्त करना , कानून में बैठे कोलेजियम सिस्टम को खत्म कर पारदर्शी बनाना , भारत को विश्व की तीसरी महाशक्ति बनाना जैसे कामों के लिए एकबार फिर से मोदी जी एंड टीम पर भरोसा करना होगा । मोदी जी एंड टीम के पुराने विकासवादी रिकॉर्ड के ट्रैक को देखते हुए हमें 400+ सीटें ( वास्तव में न्यूनतम 407 सीटें )देकर एक बार फिर से विश्वास करना होगा ।ऐसा तभी संभव है , जब हम संकल्पों के धनी मोदी जी एंड टीम पर भरोसा करेंगे ।जब कास्ट एंड क्रीड की अवधारणा से ऊपर उठकर एकमात्र सनातनी बनकर बढ़ - चढ़ कर वोटिंग करेंगे ।

👉अब वह समय एकबार फिर आ गया है । लोकतंत्र के महापर्व का शंखनाद हो गया है । वोटर्स 
" पहले मतदान।, फिर जलपान ' को कार्यरूप में उतारें । आधी आबादी जिनके अधिकार की लड़ाई मोदी जी एंड टीम लड़ रही हैं , वो एकबार फिर से मोदी जी एंड टीम को मजबूत करें । वोटिंग से पहले वोटर्स मोदी जी की अपील - " अबकी बार , चार सौ पार " का ध्यान रखें और अपना कीमती वोट जरूर गिराएं। सक्रिय कार्यकर्ता सुस्त पड़े वोटर्स को प्रेरित करें , सहयोग करें ताकि वो भी अपना कीमती वोट लोकतंत्र और राष्ट्र को मजबूत करने के लिए गिराए । 

👉याद रखें -- यह अधार्मिक विचारों के ऊपर धार्मिक विचारों का युद्ध है , राक्षसी प्रवृति के ऊपर दैवी प्रवृति का संग्राम है , भ्रष्टाचार और घोटालों के विरुद्ध पारदर्शिता और न्याय की लड़ाई है , राष्ट्र की अस्मिता ,विकास और सनातन के पुनर्स्थापन का मामला है और यदि एक बार चूके तो फिर यह सुनहरा मौका हाथ से निकल जायेगा ।

👉याद रखें :

👉" मौका चूका, विकास रूठा " ।

👉तभी और तभी " अबकी बार , चार सौ (400 ) पार " सार्थक होगा ।

👉निवेदक : जय सनातन भारत समूह।🚩🙏

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