फर्जी सनातनी एक्टिविस्टो से समाधान रहने की आवश्यकता क्यों है ?

दो तीन वर्ष से सोशल मीडिया में देख रहा हूं कुकरमुत्ते की तरह सनातनी एक्टिविस्ट निकल रहे जिनका एक मात्र कार्य रहता संघ भाजपा और संघ के स्वयंसेवकों को गरियाना और नरेंद्र मोदी जी मुस्लिम हितैषी बताना यह तक ये लोग मोदी को मौलाना बताते हिंदू विरोधी बताते यहां तक राजनैतिक विकल्प बनाने की बात करते हैं इनसे कोई प्रश्न करे इस्लामिक आक्रमकता रोकने का उपाय क्या मौन साध लेते इनका एकमात्र एजेंडा रहता संघ बीजेपी और स्वयंसेवकों को अपमानित करना और उन पर व्यक्तिगत हमला करना कभी शास्त्र के नाम पर कभी परंपरा के नाम पर कभी वर्ण और जाति व्यवस्था के नाम पर कभी कभी सनातन बनाम हिंदुत्व भी करते हैं । इस तरह की बात करने वाले लोगों के पास विदेश से पैसे आते क्या तथाकथित सनातनी एक्टिविस्ट और रक्षक डीप स्टेट द्वारा प्रायोजित तो नहीं है ? क्योंकि वैश्विक शक्तियां मजबूत मोदी को नहीं देखना चाहतीं जो उनसे आंख में आंख मिलाकर बात करे उन्हें कमजोर मोदी चाहिए । 

डीप स्टेट ने जैसे भारत को आर्थिक रूप पंगू बनाने के लिए केजरीवाल समेत अर्बन नक्सलियों को NGO के माध्यम से फंड करता था क्या तथाकथित सनातनी एक्टिविस्ट धर्म रक्षकों को खड़ा करके बीजेपी और संघ परिवार लेकर लोगों अविश्वास पैदा करने के लिए डीप स्टेट ने तथाकथित सनातनी एक्टिविस्टो और धर्मरक्षकों को खड़ा किया है। भारत में विदेशी खुफिया एजेंसियां वर्षों काम कर रही है भारत को मजबूत नहीं होने देना चाहती इसके लिए भारत में केंद्र को हमेशा अस्थिर रखने का प्रयास करतीं हैं क्योंकि मजबूत केंद्र इनके ईसाईकरण इस्लामी करण एजेंडे पर ब्रेक लगा देता है इसलिए भारत में अपने अंडरकवर जासूसों के माध्यम से भारत की केंद्रीय सत्ता विरूद्ध षड्यंत्र करती रहतीं हैं । 

 तथाकथित सनातनी एक्टिविस्ट और धर्म रक्षक कही दिखे तो सावधान हो जाएं क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही पिछले एक हजार वर्ष मे एक ऐसी छतरी जिसमें हिंदू समाज के सभी विचार दर्शन धराए एक छतरी के नीचे आ सकते हैं जिसके कारण हिंदू के विरुद्ध विदेशी आक्रताओं के एजेंडे पर ब्रेक लगा है उनका मानना था हिंदू समाज एक ऐसा समाज जिसे संगठित करने का मतलब मेंढक तौलना होता हिंदू समाज एक कभी नहीं हो सकता है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक ऐसी संस्था जो हिंदू समाज को एक कर रही है और लक्ष्य आधरित बना रही है। जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले हजार से सोएं समाज संगठित करने का असंभव सा दिखने वाला कार्य कर रहा है तो इस कार्य से दो लोगों को समास्या हो सकती पहला स्वार्थी लोगों को जिनके हिंदू एकता न होने से उनके हित साधते हैं दूसरे वो लोग जिन्हें पता हिंदू जाग गया और संगठित हो गया तो हिंदू धर्म के उत्थान को नहीं रोक पाएंगे फिर हिंदू को रोकना असंभव हो जाएगा इसलिए दोनों प्रकार विचार के लोग एक होकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा और नरेंद्र मोदी जी के प्रति हिंदू समाज के मन में अविश्वास पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं अपने निहित स्वार्थो और एजेंडा को पूरा कर रहे हैं और इन्हें डीप स्टेट भारत के अंदर बैठी हिंदू द्रोही शक्तियों बड़े पैमाने पर फंडिंग मिल रही है। भारत में बैठे संघ भाजपा नरेंद्र मोदी के द्वेषी लोगों द्वारा इन्हें सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से प्रमोट किया जा रहा है । 
 
ऐसे हिंदू विरोधी और सनातनी एक्टिविस्टो दूर रहें नही तो बहुत बड़ी क्षति धर्म और संस्कृति को पहुंचाएंगे जैसे डीप स्टेट द्वारा प्रायोजित केजरीवाल और अर्बन नक्सलियों पर विश्वास करने का परिणाम यह हुआ कि भारत में फिर समाजवादी मानसिकता और मुफ्तखोरी जेहादी मानसिकता प्रचार प्रसार जातिवादी संकीर्ण मानसिकता लोगों हर जगह दिखाई देने लग गए हिंदू समाज में आई हुई जाग्रति और एकता को तोड़ने का प्रयास में तेजी आई है और सोशल मीडिया पर जातिगत वैमनस्यता बढ़ाने वाले मैसेज फॉरवर्ड किए जाते पोस्ट किए जाते हैं और उन्हें रीच मिलती है और उन्हें समाज बड़ा वर्ग अपना हीरो मानता है उसी तरह सनातनी एक्टिविस्ट भी व्यवहार करते हैं हिंदू समाज के अंदर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के विरुद्ध अविश्वास पैदा करने का प्रयास करते हैं इसलिए ऐसे तत्वों से समाधान रहे और सुरक्षित रहे हैं। 

दीपक कुमार द्विवेदी

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