हिंदू समाज को लूटने का षड़यंत्र क्यों किया जा रहा है?

केंद्रीकत अर्थव्यवस्था का मॉडल inflation अर्थात महंगाई और उपभोग पर आधरित है । इस तरह के मॉडल में आपकी cost of living बढ़ती रहती है । जबकि सनातन मॉडल में cost of living कम होती रहती है । सनातन भारत मे दूध भी फ्री मिलता था । जो आज भी सनातन मिश्रित खेती से संभव है । लेकिन केंद्रीकत अर्थव्यवस्था में आज सब कुछ बिकता है दूध तो छोड़ो पानी हवा और नींद सब बिकने लग गए हैं । जितनी अधिक cost of living बढ़ेगी । उतना विकास होगा जीडीपी ग्रोथ होगी । कोई चीज़ या सर्विस आपको फ्री में ना मिले यह केंद्रीकत अर्थव्यवस्था के लिये जरूरी है । केंद्रीकत अर्थव्यवस्था में दिन रात मेहनत करके भी आपके ऊपर कर्ज़ होगा और समय नहीं होगा । इसलिए केंद्रीकत अर्थव्यवस्था में औरतों को भी काम करना पड़ता है ।
भारत को दो चीजों से सबसे अधिक खतरा है पहला है लूटतंत्र यानि लोकतंत्र और दूसरा है भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 85% से ऊपर अमेरिकन पर्चियां यानि dollar जिसको अमेरिका द्वारा कभी भी जब्त किया जा सकता है । गत वर्षों में अमेरिका ने अफगानिस्तान और रूस का 300 बिलियन डॉलर का फॉरेक्स रिजर्व जब्त कर लिया है । अत्यधिक डालर होने से यह खतरा बना ही रहता है कि अमेरिका कभी भी आपका forex reserves जब्त कर सकता है क्योंकि यह रिजर्व अमेरिका के बैंक में एक अकाउंट की एंट्री मात्र है । दूसरा बड़ा खतरा है कि अमेरिका जब चाहे जितना चाहे डॉलर छाप लेता है और इसका भुगतान आपको करना पड़ता हैं पिछले दिनों अमेरिका ने 65 बिलियन डॉलर की पर्चियां छाप कर यूक्रेन को दे दी जब कि भारत ने अपनी सारी धन संपदा लूटा कर ,अपनी धर्म संस्कृति परिवार और पर्यावरण समाप्त कर केवल 648 बिलियन डॉलर कमाए हैं । चीन का फॉरेक्स रिजर्व 3000 बिलियन डॉलर है जो उसने पिछले 40 वर्षों में अपनी g मरवा कर एकत्र किए हैं जबकि अमेरिका ने करोना में 13000 बिलियन डॉलर छाप कर अपनी जनता में मुफ्त में बांट दिए । अमेरिका जितना डॉलर अधिक छपेगा उतना रुपया अधिक गिरता जायेगा क्योंकि भारत सरकार के पास डॉलर ही डॉलर है । 

इन बातों को ध्यान में रख कर चीन लगातार अपने डालर को बेच कर सोना एकत्र कर रहा है चीन सरकार ने 2023 में 2800 टन सोना आयात किया है जबकि अमेरिकन गुलाम भारत सरकार ने 2023 में केवल 1.6 टन सोना खरीदा है । एक अनुमान के अनुसार भारतीय महिलाओ के पास विश्व भर कर 11% गोल्ड है जिसको बाहर निकाल कर अमेरिका पहुंचाने के लिए अमेरिका की कठपुतली भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था गोल्ड monetization scheme लाई है जिसके तहत मंदिरों का सोना अमेरिका में पहुंचाया जाएगा और दूसरा भारतीयों को phyical सोना खरीदने से रोकने के लिए soverign गोल्ड बॉन्ड स्कीम लाई गई है । 

अब मुझे एक कारण बताओ की जिससे हम कह सके कि अमेरिका के गुलाम नहीं हैं ।

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