पहले दो चरणों के वोटिंग पैटर्न के अनुसार कौन सी पार्टी कितनी सीट जीत रही है? क्या कहते समीकरण जानने के लिए पढ़ें पूरा आलेख




भाजपा का मिनिमम 296+ -15 है
 भाजपा का मैक्सिमम 345+-15 है 

भाजपा +एनडीए का मिनिमम 346-+15
भाजपा+ एनडीए मैक्सिमम 395+-15 है । 

भाजपा का वोट शेयर 39% से 42%
एनडीए का वोट शेयर 42% से 44% 

कांग्रेस का मिनिमम 35 -+5
कांग्रेस का मैक्सिमम 50 +-15
कांग्रेस का वोट शेयर 17% से 20%
कांग्रेस+इंडी 78 से 110+-15
इंडी गठबंधन का वोट शेयर 21% से 23%
अन्य 40 से 65+-15
अन्य का वोट शेयर 12 से 15%


 



पहले दो चरण के मतदान हो चुके दोनों चरणों में 2019 के मुकाबले कम वोटिंग हुई है इसके कई कारण सामने आ रहे हैं उसमें प्रमुख कारण चुनाव अत्यधिक सोशल मीडिया पर लड़ा जा रहा है चाहे पक्ष और विपक्ष दोनों सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं जमीन में पक्ष की सक्रियता दिखाई पड़ती विपक्ष की सक्रियता जमीन पर दिखाई नहीं दे रही है । जहां विपक्ष के प्रत्याशी अपने दम पर लड़ रहे लोकल फैक्टर जातिगत समीकरण काम कर रहे हैं उन्ही सीटों पर टक्कर दिख रही है बाकी सीटों पर विपक्ष की सक्रियता दिख नहीं रही है । 

 अबकी बार 400 पार के नारे के कारण विपक्षियों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व और विपक्ष का कैडर पूरी तरह हताश निराश हो चुका विपक्ष चुनाव बीजेपी को 272 से नीचे रोकने के लिए नहीं लड़ रहा बीजेपी गठबंधन को 400 से नीचे रोकने के लिए लड़ रहा विपक्ष का पूरा कैंपेन नकारात्मक और विभाजनकारी कट्टरपंथी वामपंथी सिद्धांतो पर आधारित जो पूरी तरह भारतीय जनमानस भारतीय दर्शन के विरुद्ध और देशहित भी नहीं है,वही सत्ता पक्ष के पास नरेन्द्र मोदी जी जैसा विजनरी नेता हैं और सत्ता पक्ष की नीति और नियत भी स्पष्ट है जिस पर जनता विश्वास भी कर रही है। 

सत्ता पक्ष का पूरा चुनावी कैंपेन विकसित भारत के संकल्प जैसे सकारात्मक मुद्दों पर आधारित है लेकिन कुछ ऐसे विषय जो कट्टरपंथी वामपंथियों वैचारिक दिवालियापन के आधार पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता लड़ रहे जिसका तर्किक तथ्यात्मक और राजनीतिक रूप से सत्ता पक्ष के नेता नरेंद्र मोदी जी प्रतिउत्तर दे रहे हैं जिसका जबाब विपक्ष के पास नहीं है क्योंकि भारत का विभाजन मजहब आधार पर कांग्रेस ने करवाया था यह एक तथ्य इसके अलावा पिछले हजार वर्ष के गुलामी के कालखंड में 15 से 20 करोड़ हिंदुओं का नरसंहार इस्लामिक आक्रांताओं ने किया इसके अलावा विभाजन के वक्त भी 15 से 20 लाख हिंदुओं का नरसंहार इस्लामिक कट्टरपंथियों ने किया है भारत का विभाजन धर्म के मजहब के आधार पर हुआ था मुस्लिम लीग वोट देने वाले मुस्लिम आज के भारत के ही थी मुस्लिम सबसे ज्यादा सीटें आज के भारत में जीती थी फिर भी मुस्लिमो को भारत में वोट बैंक के लिए नेहरू ने रखा था भारत विभाजन होने के वावजूद आबादी का हस्तांतरण नहीं हुआ उसके बाद नेहरू गांधी परिवार ने मुस्लिम तुष्टिकरण के सिलसिला जारी रखा जिसके के कारण इस्लामिक कट्टरपंथ से लाखों की संख्या हिन्दू शिकार आज तक हो रहे हैं अब तो यह समास्या एक नासूर बन चुकी है ऐसा कोई दिन नहीं जाता इस जेहादी कट्टरपंथी मानसिकता का शिकार हिंदू समाज के बच्चे महिला शिकार नहीं हो रहे है फिर कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने वोट बैंक के लिए चुप्पी साध रखे हुए हिंदू समाज को जातियों विभाजित करने के लिए बार बार षड़यंत्र करता है। 

इस स्थिति में हिंदू जनमानस की आवाज के रूप तथ्यात्मक तार्किक और राजनीतिक जबाब देना जरूरी हो गया था प्रधानमंत्री ने जबाव दिया तो कट्टरपंथी इस्लामिक जेहादियों और कट्टरपंथी वामपंथियों को मिर्ची लग गई कहने लगे बीजेपी नरेंद्र मोदी जी चुनाव जीतने के लिए हिंदू मुस्लिम कर रहे हैं , महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों की बात नहीं कर रहे हैं इन लोगों से कोई प्रश्न नहीं करता 55 साल सत्ता में कांग्रेस रही फिर भी देश के गरीब व्यक्ति मूल भूत सुविधा भी कांग्रेस नहीं दे पाई थी । 

2014 तक देश का गरीब मूल सुविधाओं के लिए तरस रहा था नरेन्द्र मोदी जी ने देश के गरीब शौचालय आवास बिजली पानी सड़क राशन जैसी मूलभूत सुविधाओं उपलब्ध कराईं इसके आलावा अनेक क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम हुए इस पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास मोदी जी के काम पर बात करने के लिए कुछ नहीं है इसलिए कांग्रेस समाज को आर्थिक समाजिक राजनैतिक रूप से कैसे ध्वस्त करने की कोशिश करती हुई प्रतीत होती दिखाई पड़ती है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस दोगलपने को उजागर करते हैं तो कांग्रेस और कांग्रेसी वामी इको सिस्टम कहने लगता भाजपा हिंदू मुस्लिम करती है क्या इस देश में सच कहना गुनाह है ? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टिकरण का सच क्या देश को नहीं बता सकते हैं? क्या हिंदुओं का सच जानने का अधिकार नहीं है? इस विषय पर विमर्श होना चाहिए भाजपा कभी हिंदू मुस्लिम नहीं करती है सही मायने में देश में हिंदू मुस्लिम कांग्रेस और वामपंथी करते हैं देश को बार बार अराजकता के आग में झोंकने का प्रयास करते हैं । 

अब बात फिर से लोकसभा चुनाव के संदर्भ में करते हैं कि मतदान प्रतिशत कम होने भाजपा को ज्यादा नुक्सान नहीं होगा क्योंकि भाजपा वोट शेयर 2019 में 37% 2014 में 31% था कांग्रेस का वोट शेयर कभी 48% हुआ करता कांग्रेस ग्राफ गिरते गिरते 2019 में 19% पर आ गया इसलिए भाजपा का वोट शेयर 4% कम होगा तो 33% हो जाएगा कांग्रेस 2% भी कम हुआ 17% हो जाएगा इस स्थिति में भाजपा को सीटों में बंपर फायदा होगा कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष जिस तरह चुनाव लड़ रहा है उस स्थिति में भाजपा का 3 से 4% भी वोट शेयर कम हुआ भाजपा ज्यादा सीटों का नुक़सान नहीं होगा उसकी भरपाई उड़िसा महाराष्ट्र बंगाल तेलंगाना आंध्रप्रदेश हो जाएगी भाजपा की टैली 303 से उपर जाएगी भाजपा बहुत ख़राब भी करेगी तो भाजपा 280 से 296 से नीचे नहीं जाएगी क्योंकि भाजपा का बेस आज के समय में 240 से 260 के बीच इसके अलावा एक और तथ्य अटल जी के समय भाजपा शहऱो और ब्राह्मण बनियों की पार्टी मानी जाती थी भाजपा 2% भी वोट शेयर कम हो जाता भाजपा को भारी नुक्सान होता था आज भाजपा गांवों की पार्टी है नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा समस्त हिन्दू समाज की पार्टी बन चुकी है भाजपा को आज के समय में सभी हिन्दू जातियो के वोट मिलते किसी जाति कम या ज्यादा मिलते हैं अंतर सिर्फ इतना रह गया है आज सभी जातियों के को वोट भाजपा को मिलते हैं इसके अलावा नरेन्द्र मोदी जी ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम किया है पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के सिद्धांत को जमीन में उतारा है आज सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंच गई है जिन लोगो को आज तक किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला था उन्हें भी लाभ मिल रहा है यही वर्ग भाजपा का बहुत बड़ा समर्थक हो चुका है जब कोई पार्टी समाज अंतिम पायदान खड़े व्यक्ति तक पहुंच जाती है उस पार्टी और उसके नेता को हराना किसी पार्टी के लिए संभव नहीं हो पाता है आज की स्थिति में चाहे मतदान प्रतिशत कम हो या ज्यादा भाजपा को ज्यादा नुक्सान नहीं होने वाला है। 

लेकिन मतदान प्रतिशत बढ़ना चाहिए क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था लोगों अपनी सहभागिता नही निभाएंगे वोट नहीं करेंगे अपने कर्तव्य से विमुख होंगे वोट न देने का बहाना बनाएंगे तो आप अपने साथ विश्वासघात कर रहे देश के साथ भी विश्वासघात कर रहे हैं हमें अपने वोट कीमत समझनी होगी इसी देश में अटल जी की सरकार एक वोट से गिर गई थी भगवान करे ऐसा न हो बीजेपी को बहुमत न मिले मोदी जी की सरकार बहुमत सिद्ध न कर पाए इंडी गठबंधन की सरकार बन जाए तो फिर रोने से भी काम नहीं होगा जो काम आज वोट देने से हो रहा है वो काम कल सड़क में भी आने से नहीं होगा इसलिए वोट अवश्य करिए । 

दीपक कुमार द्विवेदी

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