वेल्थ रीडिस्ट्रिब्यूशन का भारतीय समाज पर क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा जानने के लिए पढ़ें पूरा आलेख

अर्बन नक्सलियों और कांग्रेस के जहरीले नारेटिव पलटवार करना बड़े स्तर पर जरूरी है नहीं करेंगे तो भविष्य ऐसे नारेटिव भारत को अंदर से खोखला कर देंगे। वेल्थ रीडिस्ट्रिब्यूशन बहुत ख़तरनाक कॉन्सेप्ट इस कॉन्सेप्ट के कारण करोड़ों लोग दुनिया भर में मारे गए बड़ी बड़ी अर्थव्यवस्था नष्ट हो गई देशों के टुकड़े हो चुके हैं चाहे सोवियत संघ हो या आज वेनजुएला इसलिए अर्बन नक्सलियों और कांग्रेस के जहरीले नारेटिव को काउंटर करना चाहिए। नहीं करेंगे देश दिवालिया हो जाएगा भारत कई टुकड़ों में बट जाएगा करोड़ों लोगों को क्रांति के नाम मार दिया जाएगा जो कम्युनिस्ट अराजकता विरोध करेगा उसको सबसे पहले मार दिया जाएगा सभी निवेशक भारत छोड़ देंगे भारत की अर्थव्यवस्था की कमर टूट जाएगी भारत में सिर्फ सरकारी अराजकता चलेगी क्योंकि रोजगार अवसर समाप्त हो जाएगा संसाधन न रहने के कारण महंगाई बढ़ेगी लोगों की क्रय शक्ति समाप्त हो जाएगी कुछ वर्षों में भारत में सोवियत संघ जैसी अराजकता फैलेगी देश में कुछ नहीं बचेगा । 

आज हम 5G और 6G की बात कर रहे हैं कांग्रेस गलती से सत्ता में आ गई तो लोग इंटरनेट यूज करने के लिए तरस जाएगे क्योंकि सरकार फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट रिसर्च और इनोवेशन में नहीं रहेगा सरकार फोकस इस बात पर रहेगा लोगों को सरकार गुलाम कैसे बना दिया जाए लोगों व्यक्तिगत स्वतंत्रता छीन ली जाएगी यहां तक हिन्दू भारतीयों परिवारों में रखे हुए 25 हजार टन सोने को निकलने का प्रयास कांग्रेस वामपंथी करेंगे क्योंकि जब सरकारी खजाना खाली हो जाएगा वेल्थ क्रियेकर भारत छोड़ चुके होंगे निजी निवेश शून्य हो चुका होगा सरकार आमदनी घट जाएगी तो सरकार लोगों की निजी संपत्ति को कानून बनाकर हड़पने का प्रयास करेगी इसकी पहल कांग्रेस ने बहुत पहले कर चुकी थी वेल्थ रीडिस्ट्रिब्यूशन के नाम पर लोगों की संपत्ति छीन ली जाएगी अब प्रोजेक्ट को कांग्रेस और अर्बन नक्सली नेक्स्ट लेवल तक ले जाएंगे

 यह सब करने कांग्रेस और कम्युनिस्टो बहुत लाभ होने जा रहा है वेल्थ रीडिस्ट्रिब्यूशन को क्रांति बताएंगे और लोगों को इतना मजबूर कर देंगे उनके अलावा कोई व्यक्ति सोच न सकें जब लोगों संपत्ति छीन ला जाएगी तो लोग सरकार के गुलाम अपने आप हो जाएंगे इस कांसेप्ट का नुकसान सबसे अधिक देश के गरीब और श्रमिक वर्ग होगा क्योंकि क्योंकि मौजूदा सिस्टम में लोगों पास हजारों अवसर आगे बढ़ने के अवसर और बढ़ेंगे लेकिन कम्युनिस्ट समाजवादी विचारों को लागू कर दिया जाएगा तो अवसर समानता पूरी तरह समाप्त हो जाएगी लोगों के लिए सरकार माई बाप हो जाएगी जिस दिन संसाधन समाप्त हो गए तो ऐसी अराजकता फैलेगी लोग भूख से तड़प रहे होंगे लोगों के पास खाने रोटी नहीं होगी पहनने पहनने के लिए कपड़े नहीं होगे क्योंकि महंगाई चरम पर होगी अपराधिक घटनाएं तेजी बढ़ेगी देश में अराजकता का माहौल होगा स्थिति यहां तक बिगड़ सकती सोवियत संघ की तरह भारत कई टुकड़ों विभक्त हो जाएग या मुस्लिम के हाथ में पूरी तरह आ जाएगा क्योंकि मुस्लिमो परिवार व्यवस्था पूरी तरह मजबूत रहेंगी हिंदू समाज आर्थिक समाजिक रूप कम्युनिस्ट सिस्टम के कारण तबाह बर्बाद हो चुका होगा उसके पास कुछ नहीं बचेगा जिसका लाभ मुस्लिम गजवा ए हिन्द करने के लिए उठाएंगे क्योंकि कांग्रेस 1920 से मुस्लिमों को अलग अलग विशेषाधिकार दी हुई और देगी ही जिसके कारण मुस्लिम इस सिस्टम के सबसे बड़े लाभार्थी होने जा रहे हैं देश की जनता इस कांग्रेसी कम्युनिस्ट कॉन्सेप्ट के भयावह पहलू को बताना बहुत जरूरी नहीं करेंगे भयावह भविष्य के लिए हमें तैयार रहना चाहिए।

दीपक कुमार द्विवेदी

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