सोशल मीडिया पर हिन्दू विचारकों/ संगठनों / संस्थाओं/ आश्रमों की श्रेणियां

सोशल मीडिया पर हिन्दू विचारकों/ संगठनों / संस्थाओं/ आश्रमों की श्रेणियां :-

👉 ये वो श्रेणी है जिसमें शत्रुबोध तो प्रचुर है पर हिंदू बोध शून्य है, इसमें आर्य समाज पहले नंबर पर था, अब तो खैर उनमें शत्रुबोध भी उतना ही है जितना बिमल में केसर। हाल - फिलहाल इस श्रेणी में आप दयानंद-विवेकानंद आदि पर समाज को लड़ाने वाले को रख सकते हैं।

👉 ये वो श्रेणी है, जिसमें हिन्दू बोध कूट-कूटकर भरा है पर शत्रुबोध शून्य है, इसलिए ये लोग विपरीत परिस्थितियों में प्रतिकूल जगहों से खदेड़ दिए जाते हैं, जैसे रामकृष्ण मिशन आदि वाले जिनको ढाका से खदेड़ दिया गया था।

👉 इस श्रेणी में वो है जिन्हें शत्रुबोध भी है और हिन्दू बोध भी पर ये सुप्त और निष्क्रिय हैं और ऐसे निष्क्रिय हैं जिनमें जागृति अब असंभव है। इसमें आप भारत सेवाश्रम संघ को रख सकते हैं।

👉 इस श्रेणी में वो हैं जिनमें शत्रु बोध और हिन्दू बोध कितना है या कितना नहीं है, ये न स्वयं इनको पता है न इनके कार्यकर्ताओं को। इनके बोधों के बारे में बस अनुमान लगाया जा सकता है। इसमें एक बहुत ख्यातिनाम संगठन को रख सकते हैं।

👉 इस श्रेणी में वो हैं जो जाहिर तौर पर हिन्दू संगठन हैं पर वास्तव में वो पूतना की तरह हैं, इसमें आप आबू वाले संगठन को देख सकते हैं।

👉 इस श्रेणी में वो है जिनमें हिंदू बोध प्रचुर है पर शत्रु बोध अब विकसित होना शुरू हुआ है, इसमें आप इस्कॉन को रख सकते हैं।

👉 इस श्रेणी वो है जिनमें न हिंदू बोध है न शत्रु बोध है, बल्कि वो बेहद धूर्त हैं और मूर्खों को और मूर्ख बनाने की जमात है। इसमें आप इंसान गुरमीत, निरंकारी, सरश्री आदि को रख सकते हैं।

👉 इस श्रेणी में वो संत, संन्यासी, गुरु आदि बैठे हैं जो हिंदू समाज का हितरक्षक होने का प्रत्यक्ष दावा तो करते हैं पर परोक्ष में वो शत्रुओं के रिमोट से संचालित हैं।

👉 इस श्रेणी में वो मूर्ख है जो सांप को दूध पिलाते हैं और मना करने पर तालाब में स्नान करने गए संत और बिच्छू का एग्जांपल देते हैं।


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