कांग्रेस भारत में आर्थिक समाजिक अराजकता क्यो फैलाना चाहती है ?



साभार दैनिक भास्कर जनसत्ता 

पिछले कुछ वर्षों की राजनीति को गौर देखेंगे खासकर केजरीवाल आने के बाद से भारत की राजनीति में रेवड़ी कल्चर का दौर दिल्ली शुरू हुआ था जिसके कारण केजरीवाल दो बार मुख्यमंत्री बन गया हो सकता कि भ्रष्टाचार के इतने आरोपों के वावजूद केजरीवाल दिल्ली का मुख्यमंत्री फिर बन जाए । केजरीवाल की रेवड़ी कल्चर की राजनीति को सभी दलों ने कॉपी किया कांग्रेस ने ने OPS समेत गारंटी दी है किसी ने लाड़ली बहना योजना लड़की बहिन योजना लागू किया जिसके के कारण कई राज्यों की सरकार राज्यकोष खाली होने की स्थिति में पहुंच गया। स्थितियां बहुत ख़राब होती जा रही है। 

अभी हिमाचल और कर्नाटक मामला सामने आया है चुनाव के पूर्व कांग्रेस की सरकार ने दोनों राज्यों में भारी भरकम पांच गारंटी दी थी महिलाओं मुफ्त बस सेवा देंगे प्रत्येक माह महिलाओं 2000 हर परिवार को 10 किलो राशन देंगे और युवाओं की 3000 हजार बेरोजगारी भत्ता देंगे लेकिन कर्नाटक सरकार के पास इतना पैसा नहीं चारों गारंटी पूरा कर सकें और इसके लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार रोज केंद्र सरकार के पास कटोरा लेकर पहुंच जाती है केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया वादे आपने किया आप पूरा करिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर सकती हैं। कर्नाटक से ज्यादा बुरी स्थिति हिमाचल की हिमाचल में चुनाव के पहले कांग्रेस ने पांच गारंटी दी थी जिसमें पहला वादा किया था हम OPS बहाल करेंगे और 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे 1500 रूपए महिलाओं को देंगे 300 युनिट तक मुफ्त बिजली देंगे चुनाव हो गये OPS लागू करने के वादे पर आई सरकार की यह स्थिति हो गई हिमाचल की सरकार कर्ज जंजाल में ऐसी फंसी की 94,992.2 करोड़ का कर्ज हो गया है हिमाचल की की आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब हो गई कि राज्य सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन देने की पैसे नहीं हैं । OPS बहाल होने से भी राजस्व में आई कमी
राज्य की कांग्रेस सरकार ने कहा कि इसकी वजह से हर साल 2500-3000 करोड़ की इनकम कम हो गई है. OPS बहाल होने से भी 2000 करोड़ की कमी की बात हिमाचल सरकार कर रही है।

कांग्रेस भारत में आर्थिक समाजिक अराजकता क्यो फैलाना चाहती है। 

भारत में इसी वर्ष लोकसभा चुनाव हुए जिसमें सत्तधारी पार्टी बीजेपी विकसित भारत बनाने की बात कर रही थी, भारत को विश्व तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की बात कर रही थी, भारत को मैनुफैक्चरिंग हब बनाने की बात कर रही थी, भारत को डिफेंस ड्रोन रिसर्च डेवलपमेंट का हब बनाने की बात कर रही थी वही दूसरी तरफ विपक्ष भारत में आर्थिक समाजिक अराजकता कैसे फैलाई जाए भारत की बहुसंख्यक आबादी जाति लिंग भाषा क्षेत्र के नाम पर कैसे विभाजित किया जाए इसके लिए अपने घोषणापत्र में स्पष्ट लिखा भारत में बहुसंख्यकवाद की राजनीति को खत्म करेंगे हमारी लड़ाई बहुसंख्यकवाद से है इसके लिए हिंदू परिवार व्यवस्था को तोड़ने के लिए अमेरिकन फ्रैंकफर्ट स्कूल के विष वृक्ष से निकले हुए वोक कल्चर को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था जैसे LGBTQ को कानूनी मान्यता हिंदू समाज को जातियों में विभाजित करने के लिए जातिगत जनगणना और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई 50% आरक्षण की सीमा बढ़ाए जाने की बात की थी जिससे हिंदू समाज का बड़ा वर्ग आपस में लड़ने लगे हिंदू समाज कभी एक न हो पाए। चुनाव के बाद हिंदू समाज की समाजिक संरचना ध्वस्त करने के लिए मार्क्सवादी लेनिनवादी माओवादी नेता राहुल गांधी आगे बढ़ा रहे हैं कभी कहते कि एससी एसटी ओबीसी समुदाय के अधिकारियों की भूमिका बजट बनाने में नहीं है कभी एक कहते एससी एसटी ओबीसी समुदाय से कोई मिस इंडिया नहीं बना है । इस तरह अनर्गल प्रलाप राहुल गांधी कर रहे जिसका कोई सिर पैर नहीं है लेकिन इसमें उन्हें अवसर दिख रहा है। 

कांग्रेस हिंदू समाज को जातियों में विभाजित करके हिंदू परिवार समाज व्यवस्था छिन्न-भिन्न करने लगी हुई इसके साथ कांग्रेस भारत की आर्थिक कमर तोड़ने पर लगी हुई है। कांग्रेस कह भी रही हम जातिगत जनगणना कराकर देश की गरीबी दूर करेंगे कैसे करेंगे इसकी बात की पुष्टि करने के लिए कांग्रेस का 2024 का घोषणापत्र देखना चाहिए जिसमें कांग्रेस पार्टी ने देश की हर महिला को 8500 महीने एक लाख रुपए सालाना देने की बात कही थी इसके आलावा 30 लाख सरकारी नौकरी देने की बात की है इंटर्नशिप प्रोग्राम के नाम युवाओं को सालाना एक लाख देने की बात कही थी msp की कानूनी गारंटी 300 युनिट तक मुफ्त बिजली 500 में गैस सिलेंडर प्रति व्यक्ति 10 किलो राशन जैसे वादे किए थे, इन वादों की लिस्ट देखें तो जो कोई सरकार पूरा नहीं कर सकती हैं मान लीजिए ग़रीब महिलाओं को 1 लाख रुपए सालाना देंगे तो कम सरकार के ऊपर 6 लाख करोड़ का बोझ पड़ेगा लेकिन सरकार अभी 6 लाख करोड़ रुपए का केंद्रीय कर्मचारियों कर्मचारियों का प्रतिवर्ष का वेतन बिल है इसके आलावा 7 लाख करोड़ का रूपए केंद्रीय कर्मचारियों का पेंशन बिल है। कुल मिलाकर 13 लाख करोड़ हो गए उसके आलावा सरकार प्रतिवर्ष केंद्र सरकार किसानों गरीबो महिलाओं को सब्सिडी देती है सरकार 30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देगी तो फिर पेंशन वेतन बढ़ना जो बढ़कर 6 लाख करोड़ से 12 लाख करोड़ हो सकता है 1 करोड़ युवाओं इ़टशिप सलाना देती तो 3 लाख करोड़ रुपए लगते हैं 15 लाख करोड़ रुपए वेतन बिल का हो रहा है जिसमें 7 लाख करोड़ रुपए पेंशन बिल एड करे 23 लाख करोड़ रुपए हो गए कांग्रेस की सरकार महिलाओं एक लाख रुपए सालाना देती है तो यह नंबर 29 लाख करोड़ रुपए हो जाता है, कांग्रेस की सरकार MSP सभी फसलों की लीगल गारंटी देती तो सरकार के उपर 23 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त और बोझ पड़ता 52 लाख करोड़ रुपए देश भर में 300 युनिट मुफ़्त बिजली देने में कम से कम 60 हजार करोड़ रुपए खर्च होता 52 लाख 60 हजार करोड़ रुपए हो गया इसके आलावा 500 रूपए मुफ्त गैस सिलेंडर देने की सब्सिडी ढाई लाख करोड़ होती जो 55 लाख 10 हजार करोड़ रुपए होती। 2024-25 के कुल बजट को देखे 48 लाख करोड़ रुपए है जिससे अधिक कांग्रेस की घोषणापत्र की घोषणाएं हो हो जाती है। इसके आलावा 12 लाख करोड़ की पेट्रोल डीजल देनदारी है 67 लाख 10 हजार करोड़ रुपए हो गया इसके अलावा 20 लाख करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट चल रहे हैं 67 लाख करोड़ 20 लाख करोड़ रुपए और एड कर देते हैं 87 लाख करोड़ 10 हजार करोड़ हो गया। जब देश का कुल टैक्स कलेक्शन ऋण लेने के बाद देश का कुल बजट 48 लाख 2024-25 के लिए होता है। कांग्रेस अपने वाद पूरे करने की सनक पूरा करने के लिए 50 लाख करोड़ रुपए का कर्ज लेती भारत के उपर पहले से कर्ज जिसकी व्याज को एड करे 10 लाख करोड़ रुपए के आसपास होता 97 लाख करोड़ होता है उसके आलावा शिक्षा स्वास्थ्य डिफेंस और सम कई योजनाएं जिनका बजट 10 लाख करोड़ रूपए कुल मिलाकर कांग्रेस की सरकार आती तो 107 लाख करोड़ रुपए रूपए जो 2024 -25 के वित्त बजट से 60 लाख करोड़ अधिक है। ऐसी स्थिति में देश दो से तीन वर्ष में दिवालिया हो जाता सरकार के पास सरकार चलाने के पैसे नहीं होते देश ऋण और भयंकर गरीबी बेरोजगारी की चपेट में आ जाता भारत में निजी निवेश समाप्त हो जाता है देश में अराजकता हिंसा लूटपाट शुरू हो जाती देश का विखंडन सोवियत संघ की तरह हो जाता। देश की बड़ी आबादी भुखमरी के चपेट आती जिसमें 3 से 4 करोड़ लोग मारे जाते इसी को कांग्रेस कम्युनिस्ट क्रान्ति बताकर अनवर सत्ता सुख भोगते अपने स्वयं बड़े महलों में रहते गरीबो संपत्ति के बटवारे का झूठा ख्वाब दिखाकर अमीर गरीब के विभाजन करके अमीरों विरूद्ध उकसाते और गरीबों सरकार का आश्रित बना देते गरीबों को उन्हें चुनने के आलावा कोई विकल्प नहीं होता जैसे वेनेजुएला में उनके अलावा दूसरी पार्टी चुनने के बारे में जनता सोचती ही नहीं है भारत में यही स्थिति बंगाल की है बंगाल गरीबी भुखमरी बेरोजगारी सबकुछ है लेकिन बंगाली भद्रलोक बंगाली आईडेंटिटी के गौरव बोध का अफीम इस तरह चाट रहा है उसे लेफ्ट ममता बनर्जी के आलावा कुछ नहीं दिख रहा है कोई समाज या देश समाजवाद कम्युनिज्म के चपेट आ जाता उससे निकलना उस समाज के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है कांग्रेस भारत को उसी अंधकार युग प्रवेश कराना चाहती जिसके बाद भारत सदियों तक खड़ा न हो पाए , इसलिए अब इस समाज को तय करना भारत को अंधकार युग की ओर ले जाना है , समाज अपने पुरूषार्थ से भारत को विश्व आर्थिक समाजिक राजनैतिक महाशक्ति बनाने का प्रयास करेगा इस पर भारत भविष्य निर्भर करेगा। 

दीपक कुमार द्विवेदी

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