एक भी मुसलमान मुझे नहीं दिखा जो गोपाल मिश्रा की हत्या का विरोध कर रहा हो?

एक मुसलमान मुझे नहीं दिखा
जो गोपाल मिश्रा की हत्या का विरोध कर रहा हो?

ज्यादातर मुसलमान एक ही बात बोल रहे हैं यदि
" मौत के मुंह में आएगा तो मारा ही जाएगा "

बहुत सारे कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों से जुड़े हुए सेक्युलर हिंदू हमेशा की तरह मुसलमानों का बचाव करते हुए गोपाल मिश्रा को गलत ठहरा रहे हैं, इन मूर्खों को एक बार सोचना चाहिए कि सेकुलरिज्म से तुम्हारा बचाव नहीं होगा, जब बात हिंदू और मुस्लिम की आती है तो उनके लिए तुम सिर्फ एक हिंदू काफीर हो, कोई मायने नहीं रखता कि तुम सेक्युलर, सांप्रदायिक हो या राष्ट्रवादी हिंदू हो?

इस देश में ऐसा सैंकड़ों या फिर हजारों उदाहरण देखने को मिलेगा की सेक्युलर हिंदू सबसे पहले इन मुसलमान के शिकार बने हैं।

यदि किसी को कोई भ्रम है तो इतिहास के पन्नों से सबक सीखो, इतिहास से नहीं सीख सकते तो वर्तमान में जो हो रहा है उसे देखो, इसके बावजूद भी समझ नहीं आ रहा तो तुम खुद इतिहास बन जाओगे और देश का भूगोल तो आज ना कल बदलना ही है।

जो हिंदू... हिंदू होकर भी हिंदुत्व का विरोध करता है उसके लिए मैं साफ-साफ शब्दों में कहना चाहता हूं वह अपने सगे बाप का औलाद नहीं हो सकता, उसे एक बार जाकर अपना DNA जांच करवाना चाहिए

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