एससी आरक्षण में वर्गीकरण के विरोध के राजनीति के पीछे का सच जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख

जब एससी आरक्षण का वर्गीकरण कर्नाटक तेलंगाना तमिलनाडु की सरकार करती है तो कोई विरोध नहीं करता है लेकिन भाजपा की हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुरूप एससी आरक्षण में वर्गीकरण करती है तो पूरा इको सिस्टम विरोध करने लगता है। इससे स्पष्ट होता इन लोगों का एससी एसटी ओबीसी समुदाय के उत्थान से कोई मतलब नहीं है इनका मतलब सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने से है। 

कांग्रेस 60 साल सत्ता में रही समाज के अंतिम पायदान खड़े सभी वर्ग के ग़रीबों को बिजली पानी सड़क आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाई उन्हें और गरीब बनाये रखने का प्रयास किया। लेकिन कोई समाजवादी ,अंबेडकरवादी संगठन कांग्रेस की कम्युनिस्ट नीतियों का विरोध नहीं किया है । 

 मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार आई आज सभी वर्गों गरीबों को आवास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलने लग गई है आज किसी भी गांव में जाएंगे देखेंगे जिन लोगों ने सपने में नहीं सोचा था उनके पक्के मकान होंगे आज उनके पक्के मकान है । 

उदारीकरण के बाद औद्योगिककरण बढ़ा तो सबसे ज्यादा लाभ समाज के अंतिम  के पायदान खड़े लोगों को ही हुआ है । उदारीकरण के बाद आज 30 वर्षों में बहुत बड़ा माध्यम वर्गीय परिवारो का वर्ग तैयार हुआ है उसमें उदारीकरण की बहुत बड़ी भूमिका रही है इसमें  मोदी जी सरकार आने के कारण बहुत तेजी आई है। कम्युनिस्ट माइंडसेट के लोग भारत विरोधी विभाजनकारी शक्तियां भारत के उत्थान को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है । 

भारत और सनातन धर्म विरोधी शक्तियां ,भारत और सनातनी समाज को खंड खंड करने के दुष्चक्र रचने में लगी हुई है, सनातन धर्म विरोधी और भारत विरोधी शक्तियां न दलितों की हितैषी न पिछड़ों की न समाज  के अन्य वर्गों की है इन्हें सिर्फ सत्ता से मतलब है इन्हें सिर्फ सत्ता से मतलब न होता तो गरीबी हटाओ का नारा 1950 से दे रही है आज कह रही है अब होगा न्याय इनके न्याय की परिभाषा यही कि भारत को 30 टुकड़े में खंड खंड कर दिया जाये जो 1940 के दशक सनातन धर्म विरोधी और भारत विरोधी शक्तियों ने  अंग्रेजों के समक्ष प्रस्ताव रखा था , क्योंकि इन्हें पता है कि हिन्दू समाज एक बार जाति प्रांत भाषा क्षेत्र के उपर उठ गया तो इस दुनिया में कोई ऐसी शक्ति नहीं है जो इस तीव्र मेधा वाले सनातनी हिन्दू समाज के समक्ष खड़े हो सकें । 

सनातनी हिन्दू समाज से बड़ा इस दुनिया में कोई व्यवसायी नहीं है , सनातनी हिन्दू समाज से बड़ा इस दुनिया में कोई प्रबंधनकर्ता नहीं है , सनातनी हिन्दू समाज से बड़ा दुनिया में में कोई गणितज्ञ नहीं है , सनातनी हिन्दू समाज से बड़ा इस दुनिया में कोई राजनीतिज्ञ नहीं है, सनातनी हिन्दू समाज से बड़ा इस दुनिया में कोई वैज्ञानिक नहीं है। 

हिंदू समाज वो समाज है जो हजार वर्ष तक विदेशी आक्रांताओं के हमले झेले लेकिन इतने हमलों के बावजूद हमारी सभ्यता संस्कृति धर्म बचा रहा इससे सिद्ध होता है कि हमारा समाज कितना संगठित है । लेकिन आज कुछ स्वार्थी लोग इसी समाज को जाति भाषा प्रांत क्षेत्र में बांटकर राष्ट्र उसी ख़तरे को ले जाना चाहते जिसके कारण भारत का विभाजन हुआ था और जिसके कारण हमारा राष्ट्र हजार वर्ष तक गुलाम रहा था, फिर भी हम लोग सुधरने के वज़ह जाति भाषा प्रांत क्षेत्र उपर उठाकर राष्ट्र निर्माण राष्ट्र उत्थान के लिए भारत को विश्व आर्थिक , सामाजिक, सामरिक महाशक्ति बनाने के लिए मिलकर प्रयास नहीं कर रहे हैं उसके वजह हम लोग आपस में लड़ रहे हैं 

✍️ दीपक कुमार द्विवेदी

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