आने वाले समय में बड़े बड़े हिंदू संगठनो से ज्यादा प्रभावी मोहल्ले की छोटी छोटी टोलिया कैसे होने वाली है ? जाने विस्तार से

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आने वाले समय में बड़े बड़े हिंदू संगठनो से ज्यादा प्रभावी मोहल्ले की छोटी छोटी टोलिया होने वाली है । गली / सोसाइटी की विधर्मी (थूक, लव, व्यापार Zi_हाड) हरकते ये ही टोलिया रोकेगी ।

और इसका सबसे बढ़िया तरीका है #आओ_मंदिर_चले और #भूमित्रम (वृक्षारोपण, स्वच्छता टोली) जैसे अभियान । मोहल्ले के 4-5 युवा योजना बनाए और कार्य शुरू करे । प्रत्येक मंगलवार (या कोई भी दिन) को सुबह सुबह कोई भी युवक सूचना पत्रक बनाए और मोहल्ले के ग्रुप में डाल दे कि आज शाम को #साप्ताहिक_हनुमान_चालीसा के लिए मंदिर आए । सूचना और आग्रह जरूरी है विषेशकर व्यक्तिगत । इसके लिए आप अपनी ब्रॉडकास्ट सूची का भी प्रयोग कर सकते है । 

5 भजनों और मंत्रों की एक pdf बनाए और ग्रुप हर बार भेजे । जो न बना सकता हो वो हमसे ले । Bhuvan Kaushik जी का बनाया pdf अब पूरे देश में प्रयोग होता है । नियत समय पर टोली मंदिर पहुंचकर कार्यक्रम शुरू करे । चिंता का विषय स्वर और सुर नहीं होने चाहिए, सहभागिता पर ध्यान रहे । 

पहले महीने 5 आयेंगे पर साल होते होते ये संख्या 100 जरूर होंगी । कार्यक्रम के अंत में प्रसाद की व्यवस्था जरूर हो । प्रसाद में वैरायटी जरूर रखें । बूंदी और केले तो स्वत आते ही है तो आप खिचड़ी, हलवा, चने आदि भी जोड़ सकते है । मोहल्ले में जिसका जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ आदि हो उनसे प्रायोजित करवाए एडवांस में सूची बनाकर ।

प्रसादम अगर बच्चों के फुटफॉल के लक्ष्य को केंद्रित करके किया गया तो ये बहुत बढ़ेगा और ऐसा बढ़ेगा कि जगह कम पड़ेगी । धीरे धीरे आप बच्चों से हनुमान चालीसा शुरू करवा देंगे तो ये कार्यक्रम से आप मुक्त हो जाएंगे और अगली गली की योजना बना सकते है । धीरे धीरे आपके पास इतनी संख्या हो जाएंगी कि आप सार्वजनिक पर्व भी बना सकते है ।

Note : बढ़ती भीड़ को देखकर मोहल्ले के छुटभैये नेताओं की लार बड़ी टपकती है । उनकी बगुला भक्ति से इस अभियान को बचाकर रखें । वो सोसायटी/मोहल्ले की वोट पाने के लिए हर जगह झुकते घूमते है और ऐसे उत्साही कार्यकर्ता उनके लिए खतरा होते है । 

बढ़ती भीड़ देखकर पुजारी का काम भी बढ़ता है तो उनकी सहायता भी जरूरी है ।

✍️ Nikhilesh Shandilya

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