"जीजस ने अपने बारह शिष्यों को ये निर्देश देते हुए भेजा कि:-अन्य जातियों के लोगों के बीच मत जाना और सामरियों के किसी नगर में प्रवेश मत करना बल्कि इजराइल की खोई हुई भेड़ों के पास जाओ "
जीजस बाइबिल में अपने शिष्यों को कह रहे है कि केबल इजराइल के यहूदियों में ईसाइयत का प्रचार करना है और अन्य किसी मजहब, धर्म, जाति के लोगो में ईसाइयत का प्रचार नहीं करना है अर्थार्त यहूदियों के अलावा अन्य किसी का मतांतरण नहीं करना है।
अब ये ईसाई मिशनरी बाइबिल के बिरुद्ध चल रहे है या बाइबिल के अनुसार? यहूदियों के अलावा जो लोग ईसाई बन रहे है वो बाइबिल अनुसार स्वर्ग जाएंगे या नरक ?क्या वास्तविकता में ये ईसाइयत में मतान्तरण मात्र है या अन्य कुछ?अगर मतान्तरण होता तो बाइबिल अनुसार होता किन्तु ये बाइबिल के बिरुद्ध ही है।अगर ये मतान्तरण नही है तो क्या अन्य किसी देश या सत्ता के अनुसार कुछ अन्य ही सत्ता परिवर्तन का स्लो टूल?
सोर्स- new version of bible page 2086
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